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Written By भाषा
Last Modified: अहमदाबाद (भाषा) , सोमवार, 4 मई 2009 (20:40 IST)

कोडनानी पर सबूत नष्ट करने का मामला

कोडनानी पर सबूत नष्ट करने का मामला -
गोधरा कांड के बाद के दंगों के कुछ मामलों में हत्या के आरोप का सामाना कर रहीं, जेल में बंद गुजरात की पूर्व मंत्री माया कोडनानी पर अन्य अभियुक्तों के साथ कथित तौर पर शवों और सांप्रदायिक संघर्ष के घटनास्थल पर मकानों को जलाने का प्रयास करने के लिए सबूत नष्ट करने का भी मामला दर्ज किया गया है।

नरोदा पाटिया और नरोदा ग्राम दंगा मामलों में अतिरिक्त आरोप-पत्र दाखिल करने वाले विशेष जाँच दल (एसआईटी) ने भाजपा विधायक और अन्य पर भादसं की धारा 201 के तहत आरोप लगाया है जो सबूत नष्ट करने के अपराध से जुड़ी है। माया इन दोनों मामलों के प्रमुख अभियुक्तों में एक हैं।

एसआईटी के एक अधिकारी ने बताया कि हमने उन पर और अन्य पर हत्या के प्रयास, दंगा, लूट और सबूत नष्ट करने के आरोप लगाए हैं। नरोदा पटिया और नरोदा ग्राम में 28 फरवरी 2002 को दंगों में कुल 106 लोग मारे गए थे।

अधिकारी ने कहा कि अपराध करने के बाद सभी अभियुक्तों ने नरोदा ग्राम और नरोदा पटिया में शवों और मकानों को जलाने का प्रयास किया, जहाँ नरसंहार किया गया था।

उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि शवों और मकानों को जलाने का प्रयास सबूत नष्ट करने के लिए था ताकि अपराध में उनकी संलिप्तता साबित नहीं की जा सके।

उन्होंने कहा कि हमारे पास गवाहों के बयान और मोबाइल काल विवरण की एक सीडी है, जो अपराध स्थल पर उनकी (माया की) मौजूदगी साबित करती है और यह कि वह लगातार अन्य अभियुक्तों के साथ संपर्क में थीं।