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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) , सोमवार, 8 जून 2009 (23:10 IST)

कुलकर्णी के विचारों से आडवाणी असहमत

कुलकर्णी के विचारों से आडवाणी असहमत -
भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपने करीबी सहयोगी सुधींद्र कुलकर्णी द्वारा चुनाव में भाजपा की हार के कारणों के विश्लेषण पर सोमवार को तीखी प्रतिक्रिया दी और खुद को इन विचारों से अलग किया।

कुलकर्णी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर आडवाणी को नुकसान पहुँचाने का आरोप लगाया था, जिस पर संघ ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। संघ ने कहा है कि उनके विचार गलत समय पर और गलत तरीके से आए हैं।

वरिष्ठ भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि सुधींद्र कुलकर्णी ने लेख में जो लिखा है भाजपा उससे सहमत नहीं है और इससे खुद को अलग करती है। मैंने इस मुद्दे पर आडवाणी से चर्चा की और वे भी कुलकर्णी के विचारों से सहमत नहीं हैं।

आडवाणी ने खुद भी कहा कि कुलकर्णी द्वारा एक पत्रिका में किए गए विश्लेषण पर सुषमा स्वराज उनकी और पार्टी की तरफ से नजरिया स्पष्ट कर चुकी हैं। सुषमा स्वराज ने एक सवाल के जवाब में कहा कि विचार एक स्वतंत्र पत्रकार के थे और उन्होंने आडवाणी से चर्चा के बाद यह नहीं लिखा जबकि वे उनके करीबी हैं।

कुलकर्णी ने लिखा था कि चुनाव में भाजपा ने इसलिए खराब प्रदर्शन किया क्योंकि शीर्ष नेतृत्व में मनमुटाव और अव्यवस्था थी। उन्होंने कहा कि संघ ने आडवाणी के नेतृत्व को नुकसान पहुँचाया। संघ ने कहा कि कुलकर्णी को पार्टी मंच पर अपना नजरिया व्यक्त करना चाहिए न कि मीडिया में लिखकर।

संघ नेता राम माधव ने कहा कि आडवाणी ने खुद भी संघ से कहा था कि चुनाव में संगठन की ओर से पार्टी को पूरा सहयोग मिला और वे इससे संतुष्ट थे। सुषमा स्वराज ने कहा कि आडवाणी ने कुलकर्णी से पूछा है कि उन्होंने लेख क्यों लिखा जिसमें भाजपा और संघ की आलोचना है।

माधव ने कहा कि आडवाणी ने संघ को अपने विचारों से अवगत कराया था और इसलिए कुलकर्णी ने जो भी लिखा संघ को उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हर बार चुनाव नतीजों के बाद इस तरह की बातें सामने आती हैं और कुलकर्णी ने गलत समय पर और बहुत गलत तरीके से विश्लेषण किया है। माधव के मुताबिक हम उनके विचारों से भली-भाँति अवगत हैं। उन्होंने 2004 में भी इसी तरह की बात कही थी।

कुलकर्णी का बयान ऐसे समय में आया है जब भाजपा और संघ के बीच रिश्ते चुनाव में हार के बाद भी अच्छे हैं। माना जा रहा है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पार्टी में नई ऊर्जा भरने के लिए आडवाणी को सभी जरूरी कदम उठाने के लिहाज से आजादी दी है।

हालाँकि सुषमा स्वराज ने यह भी कहा कि कुलकर्णी के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई की जरूरत नहीं है क्योंकि यह उनके निजी विचार हैं।