मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. राष्ट्रीय
Written By भाषा

कालाधन, केन्द्र सरकार को चेतावनी

रामलीला मैदान में जुटे दिग्गज

कालाधन, केन्द्र सरकार को चेतावनी -
FILE
योग गुरु बाबा रामदेव ने रविवार को सरकार से भ्रष्टाचार रोकने और कालाधन वापस लाने के लिए कदम उठाने की माँग करते हुए चेतावनी दी कि अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो वे इसको लेकर जनता के बीच जाएँगे और इस सरकार को हटा देंगे।

पतंजलि योग समिति और भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में बाबा रामदेव ने यहाँ रामलीला मैदान में आयोजित विशाल रैली में प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से मैंने समय माँगा था, लेकिन उन्होंने दिया नहीं। प्रधानमंत्री ने अगर समय नहीं दिया तो उनका भी समय पूरा हो जाएगा।

रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री बेईमानों से घिरे ईमानदार व्यक्ति हैं। वे आज तक की सबसे भ्रष्ट सरकार के सबसे ईमानदार प्रधानमंत्री हैं। सरकार ने यदि संवैधानिक दायित्व नहीं निभाया तो हम उन्हें सिखाएँगे। उन्होंने कहा कि कालेधन और भ्रष्टाचार के पाँच मूल स्रोत हैं। पहला बड़े नोट और अधिक नोट, दूसरा अवैध-खनन, तीसरा विकास योजनाओं के धन की चोरी, चौथा रिश्वतखोरी और पाँचवा कर चोरी।

बाबा रामदेव ने कालाधन और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए पाँच मुख्य उपाय बताए। पहला कठोर कानून बनाना तथा बड़े नोटों को प्रचलन से वापस लिया जाना, दूसरा वर्ष 2006 से लंबित ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की संधि का अनुमोदन करना, मॉरिशस के रास्ते काले धन को जायज बनाना बंद करना, कालाधन जमा करने वाले विदेशी बैंकों पर प्रतिबंध लगाना और पाँचवा विदेशी खाता नीति की तुरंत घोषणा करना।

योगगुरु रामदेव ने कहा कि देश का करीब चार सौ लाख करोड़ रुपए कालाधन के रूप में है, जिसमें से तीन सौ करोड़ रुपए देश के बाहर स्विट्‍जरलैंड जैसे करों में छूट देने वाले 70 देशों में जमा हैं। इसके अलावा देश में भी 100 करोड़ रुपए अवैध ढंग से जमा किए गए हैं। योग गुरु ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के नाम पर सिर्फ एक योजना शुरू की गई, जबकि एक परिवार के नाम पर देश की आधे से अधिक योजनाएँ चल रही हैं।

उन्होंने प्रश्न किया कि क्या सरदार वल्लभ भाई पटेल ने शहादत नहीं दी? उन्होंने माँग की कि जो लोग देश के लिए गाते हैं उन्हें भारत रत्न दो, लेकिन उन्हें भी दो जिन्होंने देश के लिए अपनी शहादत दी थी।

रामदेव ने कहा कि भारत माता के एक सेवक को 'ब्लडी इंडियन' और 'कुत्ता' कहा जाता है। ऐसा कहने वाले को संसद में बैठाया जाता है और ऊपर से बाबा से हिसाब माँगा जाता है। बाबा ने हाल ही में अपने उपर टिप्पणी करने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजयसिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि एक नेता ने मुझसे कहा कि सरकार की मुफालफत करना ठीक नहीं है। मैं बताना चाहता हूँ कि हम सिंहासन पर बैठना, हटाना और बैठाना तीनों ही जानते हैं।

रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता अरविंद केजरीवाल ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे कानून बहुत पुराने हैं और इन्हें बदलने की जरूरत है। यहाँ ब्रिटिश कानून के आधार पर सरकार का विरोध करने वाले विनायक सेन को आजीवन कारावास की सजा होती है, लेकिन दो लाख करोड़ रुपए की हेराफेरी करने वाले राजा के अपराध को राजद्रोह नहीं माना जाता।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का खात्मा करने के लिए हम लोग सरकार से जन लोकपाल विधेयक को पास करने के लिए कह रहे हैं। पूर्व आयकर आयुक्त विश्वबंधु गुप्ता ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि स्विट्‍जरलैंड के बैंक ने जिन 17 लोगों का नाम बताया है, उसमें तीन नेताओं के भी हैं। इसमें से दो कांग्रेस के हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि सरकार यह बताए कि उसने क्यों कालाधन रखने वाले दुनिया के सबसे बड़े बैंक यूबीएस को अपनी शाखाएँ भारत में खोलने की अनुमति दे दी।

जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि हमारे देश में जो दाम बढ़ रहे हैं उसका कारण जमाखोर हैं, जो भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। गाँधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने जो आंदोलन छेड़ा था उसके बाद पहली बार इतनी बड़ी रैली आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि लोकपाल विधेयक पारित किए जाने पर ही भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी।

राम जेठमलानी ने बताया कि देश का इतना कालाधन है कि उसे बाँटने पर भारत के प्रत्येक परिवार को ढाई लाख रुपए मिलेंगे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी पर भी कुछ आरोप लगाए। कार्यक्रम की समाप्ति पर रामलीला मैदान से एक रैली जंतर-मंतर तक निकाली गई। इसके बाद बाबा रामदेव ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। (भाषा)