Last Modified: बेंगलुरु ,
गुरुवार, 14 फ़रवरी 2013 (19:14 IST)
एयरो इंडिया में 'मोथ' से 'मास्टर' तक का प्रदर्शन
यलाहंका वायुसेना अड्डे पर छह फरवरी से शुरू होने वाले एयरो इंडिया 2013 के दौरान दो पीढ़ियों के विमानों का प्रदर्शन होगा।
रक्षा विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस दौरान एक ओर पुराने टाइगर मोथ और दूसरी ओर वायुसेना में शामिल होने वाला सबसे बड़ा सामरिक भारी भारवाहक विमान सी-17 ग्लोबमास्टर तृतीय प्रदर्शित होगा।
वायुसेना के विंटेज उड़ान के तहत टाइगर मोथ विमान का हाल में ही पुनर्निर्माण किया गया है और यह एयरो इंडिया 2013 के दौरान पहली बार उड़ान भरेगा। इससे 'मोथ' और 'मास्टर' के बीच हुई तकनीकी उन्नति देखने को मिलेगी। 'डी हैविलैंड डीएस82' 'टाइगर मोथ' दो सीट वाला एकल बे बायप्लेन है और इसमें 145 एचपी जिप्सी मेजर चार सिलेंडर इनवर्टेड एयरकूल्ड इंजन लगा हुआ है।
शुरू में द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान यह रॉयल एयरफोर्स का प्रशिक्षक विमान था और यह वर्ष 1940 से वायुसेना का भी मुख्य प्रशिक्षक विमान था। वायुसेना ने प्रशिक्षण स्कूल टाइगर मोथ चलाया और बाद में इसे एचटी-2 से बदल दिया गया। (भाषा)