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Written By भाषा
Last Modified: भोपाल , रविवार, 7 मार्च 2010 (11:55 IST)

बाघों के गायब होने की जाँच सीबीआई को

बाघों के गायब होने की जाँच सीबीआई को -
मध्यप्रदेश के वन मंत्री सरताजसिंह द्वारा पन्ना टाइगर रिजर्व से बाघों के गायब होने के मामले की जाँच केन्द्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने के निर्णय से वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।

सरताजसिंह ने इस मामले की जाँच सीबीआई से कराए जाने के निर्णय की पुष्टि करते हुए बताया कि विभाग ने इस संबंध में अपना प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि अब शासन द्वारा पन्ना टाइगर रिजर्व से बाघों के गायब होने का मामला जाँच के लिए सीबीआई को भेजा जाएगा।

पिछले साल पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों के गायब होने के बाद राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने एक टीम को वहाँ भेजा और अपनी जाँच के बाद टीम ने पन्ना टाइगर रिजर्व के बाघ विहीन होने की घोषणा कर दी।

प्राधिकारण के जाँच दल ने पिछले साल ही अपनी जाँच रिपोर्ट सौंप दी थी और अपनी सिफारिश में कहा था कि राज्य सरकार पन्ना टाइगर रिजर्व से बाघों के गायब होने के कारणों की जाँच के लिए एक समिति का गठन करे।

राज्य शासन द्वारा गठित की गई विशेषज्ञों की समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट अभी सौंप दी गई है, लेकिन प्राधिकरण द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में कुछ अधिकारियों पर उठाई गई अँगुली के बावजूद आज तक शासन द्वारा किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

इस बीच पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में वृद्धि के लिए दो मादा बाघिनों के साथ एक नर बाघ को अन्य टाइगर रिजर्व से लाकर यहाँ छोड़ा गया है। हालाँकि यह बात दूसरी है कि वहाँ छोड़े जाने के लगभग एक पखवाड़े के भीतर ही नर बाघ वहाँ से गायब हो गया और लगभग एक माह बाद उसे सागर के निकट दमोह के जंगलों से बेहोश कर पन्ना ले जाया गया।

सरताजसिंह का कहना है कि राजस्थान के सरिस्का की तरह पन्ना टाइगर रिजर्व से बड़ी संख्या में बाघों के गायब होने का मामला काफी गंभीर है और इसे पहले ही जाँच के लिए सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए था।

फिलहाल वन विभाग के बाद अब गेंद शासन के पाले में है, क्योंकि अब उसे ही यह मामला जाँच के लिए केन्द्र सरकार के पास भेजना है और यदि सरकार उसे भेज भी देती है तो सीबीआई उसे स्वीकारती भी है या नहीं, यह विचार का विषय है लेकिन फिलहाल सिंह के इस निर्णय के कारण अधिकारियों के बीच हडकंप की स्थिति अवश्य बन गई है।

दूसरी तरफ विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा राज्य विधानसभा में भी पन्ना टाइगर रिजर्व से बाघों के गायब होने का मामला उठाया गया था और संसद में भी इस मामले की गूँज सुनाई दे चुकी है। (भाषा)