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Written By WD

दोस्ती और प्यार में फर्क समझें

दोस्ती और प्यार में फर्क समझें -
- विशामिश्र
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राहुल और पूजा दोनों इंजीनियरिंग में साथ में पढ़ने वाले दो छात्र हैं। कॉलेज भी साथ जाते हैं, कोचिंग भीऔर कोई प्रॉब्लम्स आए तो थ्योरी भी साथ बैठकर ही सुलझाते हैं। किसी भी परेशानी में पूजा को अपनी किसी सहेली से भी पहले याद आती है तो राहुल की और राहुल अपने दोस्तों से ज्यादा भरोसा करता है पूजा पर।

दोनों एक-दूसरे के परिजनों से भी अच्छी तरह परिचित हैं। साथ-साथ घूमना, पढ़ना, फिल्म देखना और सैर सपाटे करने से उनकी दोस्ती धीरे-धीरे लगभग पिछले 7 वर्षों में प्रगाढ़ हुई है। पीठ पीछे राहुल के दोस्त और पूजा की सहेलियाँ मिल जातीं तो दोनों के बारे में तरह-तरह के कयास लगाते रहते। और इन्हें परेशान भी करते रहते। पूजा ने तो इन बातों को इतनी गंभीरता से नहीं लिया लेकिन राहुल के मन में कहीं न कहीं प्यार की लहरें हिलोरे मारने लगीं। वर्तमान की बॉलीवुड फिल्मों ने इस आग में घी का काम किया।

एक बार जब राहुल कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर गया हुआ था। इस दौरान पूजा को देखने लड़के वाले आए और पसंद करके चले गए। पूजा ने झट राहुल का नंबर लगाया और बताया कि उसकी शादी की बात तय हो गई है लेकिन ये क्या राहुल के तो मानो पैरों तले धरती खिसक गई।

मोबाइल बड़ी मुश्किल से संभाला और जुबान पर नियंत्रण करते हुए जैसे-तैसे बधाई दी। बाद में तो राहुल की जुबाँ पर मुकेश और रफी के दर्दभरे नगमें ही अधिकांश रहते। जैसे जुबाँ पे दर्द भरी दास्तां चली आई और क्या से क्या हो गया बेवफा तेरे प्यार में।

दोस्तों के बीच बैठकर अब बयाँ करते। यार ये मुझे प्यार का क्या सिला मिला। वर्षों जिसके लिए सपने संजोए वो तो बेवफा निकल गई। गम गलत करने के लिए राहुल ने सिगरेट पीना, देवदास की तरह रहना शुरू कर दिया। उनके घर वालों ने भी बैठकर समझाया भई वह तो तुम्हारी दोस्त थी और तुमको दोस्त ही समझती थी। तुम उसको प्यार समझ बैठे। यह तुम्हारी भूल थी।

अब आप ही फैसला करें दोस्तों गलत कौन। राहुल ही न। दोस्ती अपनी जगह है, प्यार अपनी जगह और यदि आप इस बारे में पहले ही इजहार कर देख लेते तो शायद आपकी गलतफहमी दूर हो जाती और रिश्तों की सीमा स्पष्ट हो जाती। आज हम 21वीं सदी में जी रहे हैं। जहाँ भाई-बहन, और प्रेमी-प्रेमिका के अलावा भी कोई तीसरा रिश्ता लड़के-लड़की के बीच होता है और वह है दोस्ती का। इसलिए समझदारी इसी में है दोस्ती को प्यार समझने की भूल न करें।