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शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2013 (19:17 IST)
पुणे का भाग्य अधर में, बीसीसीआई करेगी फैसला
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चेन्नई। भारतीय क्रिकेट बोर्ड की शनिवार को यहां होने वाली कार्यकारिणी की बैठक के मुख्य एजेंडे में आईपीएल फ्रेंचाइजी पुणे वॉरियर्स के भाग्य पर फैसला करना भी शामिल है।
सहारा समूह की पुणे वॉरियर्स तब बीसीसीआई से टकराव की स्थिति में आ गई, जब बोर्ड ने फ्रेंचाइजी शुल्क के भुगतान नहीं होने के कारण बैंक गारंटी राशि को भुना दिया।
सहारा समूह ने इसके बाद आईपीएल से हटने की घोषणा की थी हालांकि उसने अभी तक बीसीसीआई को औपचारिक रुप से इसकी सूचना नहीं दी है। बोर्ड चाहता है कि अगले साल भी लीग का हिस्सा बने रहने के लिए फ्रेंचाइजी को 170.2 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी राशि जमा करनी होगी।
रिपोर्टों के अनुसार बीसीसीआई ने भुगतान बाबत कई बार सहारा को याद दिलाया है और अब उसकी योजना उसे आईपीएल से बाहर करने की है। शनिवार की बैठक के लिए आईपीएल संचालन परिषद के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है।
माना जा रहा है कि बोर्ड शनिवार को विचार-विमर्श के बाद पुणे वॉरियर्स को 30 दिन का बर्खास्तगी नोटिस दे सकता है। पुणे ने 2010 में सहारा को 370 मिलियन डॉलर (लगभग 1702 करोड़ रुपए) में खरीदा था और वह आईपीएल की सबसे महंगी फ्रेंचाइजी है तथा इसको हटाने से बीसीसीआई को भी वित्तीय नुकसान होगा।
यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीसीआई किसी नई फ्रेंचाइजी को आईपीएल से जोड़ता है या इसे 8 टीमों का टूर्नामेंट ही रहने देता है। एन. श्रीनिवासन के कार्यभार संभालने के बाद कार्यकारिणी की यह पहली बैठक भी है। (भाषा)