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Written By भाषा
Last Modified: इंदौर , सोमवार, 24 जून 2013 (16:54 IST)

...तो शायद मैं भी इस्तीफा दे देता-ज्योतिरादित्य सिंधिया

...तो शायद मैं भी इस्तीफा दे देता-ज्योतिरादित्य सिंधिया -
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इंदौर। आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के सामने आने के बाद बीसीसीआई सचिव पद से संजय जगदाले के इस्तीफा देने को राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी और केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने काबिल-ए-तारीफ कदम बताया। उन्होंने कहा कि अगर वे जगदाले की जगह होते तो संभवत: यही कदम उठाते

बीसीसीआई की वित्त समिति के अध्यक्ष और मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन के प्रमुख सिंधिया ने रविवार को कहा कि मैं मानता हूं कि जगदाले ने अंतरात्मा की आवाज पर बीसीसीआई सचिव पद से इस्तीफा देने का कदम उठाया। इसकी जितनी सराहना की जाए, कम है। आजकल दुनिया में बहुत कम लोग अपने पद को त्यागने का फैसला कर पाते हैं।

सिंधिया ने कहा कि मैं जगदाले को पिछले 10-12 साल से बहुत अच्छी तरह जानता हूं। मैं समझ सकता हूं कि (इस्तीफा देते वक्त) उनकी अंतरात्मा पर क्या गुजर रही होगी। अगर मैं उनकी जगह होता, तो शायद मैं भी यही कदम उठाता।

उन्होंने हालांकि कहा कि भारतीय क्रिकेट में अपने योगदान के कारण जगदाले खेल की सम्माननीय हस्तियों में से एक हैं। मुझे इस बात का दु:ख है कि इस मामले में यह नौबत आ गई कि उन्हें अपना इस्तीफा देना पड़ा।

बीसीसीआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की मांग के भारी दबाव के बावजूद एन. श्रीनिवासन के अड़ियल रुख को बरकरार रखने को लेकर पूछे गए सवाल पर सिंधिया ने कहा कि जो हो गया, वह हो गया। वे (श्रीनिवासन) वर्तमान में बीसीसीआई अध्यक्ष पद से अलग हो गए हैं। मामले में जांच समिति गठित हो गई है।

बहरहाल उन्होंने कहा कि आईपीएल के स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण की जांच ‘ठीक तरीके से’ होनी चाहिए और इसे तमाम जरूरी तथ्यों को समेटते हुए जल्द से जल्द निष्कर्ष पर पहुंचना चाहिए। इस जांच की समय सीमा भी तय की जानी चाहिए।

सिंधिया ने कहा ‍कि क्रिकेट के क्षेत्र में खेल भावना को उच्चतम स्तर पर रखा जाना चाहिए। स्पॉट फिक्सिंग के कलंक को मिटाने के लिए बीसीसीआई को जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के साथ अन्य कदम भी उठाए जाने चाहिए, ताकि भविष्य में फिक्सिंग की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। (भाषा)