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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , रविवार, 16 सितम्बर 2012 (20:37 IST)

तीन विदेशी टीमों के अहम अंग हैं ‘भारतीय’ खिलाड़ी

तीन विदेशी टीमों के अहम अंग हैं ‘भारतीय’ खिलाड़ी -
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हाशिम अमला के बिना दक्षिण अफ्रीकी टीम की कल्पना नहीं की जा सकती और सुनील नारायण को वेस्टइंडीज का तुरुप का इक्का माना जाता है। ये दोनों उन सात भारतीय मूल के खिलाड़ियों में शामिल हैं, जो श्रीलंका में मंगलवार से शुरू होने वाले आईसीसी ट्वेंटी-20 विश्वकप में भाग ले रहे हैं।

भारत ही नहीं विदेशों में बसे भारतीयों में भी क्रिकेट के प्रति गहरा लगाव है और यही वजह है कि विभिन्न टीमों में भारतीय मूल के खिलाड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बार विश्वकप में भाग ले रही 12 टीमों में से यदि उपमहाद्वीप की चार और अफगानिस्तान की टीम को अलग कर दिया जाए तो बाकी बची सात में से चार टीमों में भारतीय मूल के खिलाड़ी शामिल हैं।

दक्षिण अफ्रीकी टीम में अमला नंबर एक बल्लेबाज हैं जबकि वेस्टइंडीज में स्पिनर सुनील नारायण तेज गेंदबाज रवि रामपाल और विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश रामदीन को उसकी प्रत्येक एकादश में जगह मिलना तय है। इंग्लैंड की टीम में रवि बोपरा और समित पटेल अपनी ऑलराउंड क्षमता से टीम को संतुलन प्रदान करते हैं। न्यूजीलैंड में स्पिनर रोनी मगन हीरा हैं जो अब तक सात ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं।

सुनील नारायण ने तो पिछले साल इंडियन प्रीमियर लीग में अपनी चमत्कारिक गेंदबाजी से बल्लेबाजों को खूब छकाया और कोलकाता नाइटराइडर्स को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई। इस रहस्यमयी ऑफ स्पिनर ने कैरेबियाई टीम की तरफ से भी कुछ अवसरों पर मैच विजेता प्रदर्शन किया है और विश्वकप में उन पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

नारायण अब तक 36 टी20 मैच खेल चुके हैं लेकिन उनके नाम पर केवल पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच ही दर्ज हैं जिनमें उन्होंने सात विकेट लिए हैं। वेस्टइंडीज के कप्तान डेरेन सैमी को विश्वास है कि नारायण इस टूर्नामेंट में बड़ी भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा हमारे पास टी20 क्रिकेट का अभी सर्वश्रेष्ठ स्पिनर (नारायण) है और वह हमारे लिए वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। श्रीलंका की पिचों से उसे मदद मिलेगी और मुझे उम्मीद है कि वह बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।

कैरेबियाई टीम में उनके अलावा नई गेंद संभालने वाले रामपाल है जो अब तक 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 16 विकेट ले चुके हैं। उसके विकेटकीपर रामदीन को 26 अंतरराष्ट्रीय मैचों का अनुभव है। वह विकेटों के पीछे और विकेटों के आगे दोनों भूमिकाओं में सफल रहे हैं।

न्यूजीलैंड के पास डेनियल विटोरी चोटी का स्पिनर है लेकिन यदि श्रीलंकाई पिचों पर दूसरे स्पिनर की जरूरत पड़ती है तो फिर 25 वर्षीय हीरा के रूप में उसके पास विकल्प मौजूद है। हीरा ने अब तक सात मैच में तीन विकेट लिए हैं। (भाषा)