ईशांत शर्मा पिछले महीने भारत के विश्व कप जीतने से काफी खुश हैं लेकिन उन्हें इस बात का दु:ख भी है कि वह इतिहास रचने वाली भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे।
इस 22 वर्षीय गेंदबाज ने दिए साक्षात्कार में कहा एक क्रिकेटर के रूप में आपको तब पीड़ा पहुंचती है जब आप अपने साथियों को इतिहास रचते हुए देखते हो और खुद को उनके बीच नहीं पाते लेकिन एक भारतीय होने के नाते, उन्होंने जो हासिल किया उस पर मुझे गर्व है।
उन्होंने कहा मेरे लिए भी यह भावुक क्षण था। भारत ने 28 बरस बाद खिताब जीता। मुझे लगता है कि यह काफी बड़ी बात थी। यह क्रिकेटर के जीवन का सबसे बड़ा लम्हा होता है। मैं वहां मौजूद नहीं था फिर भी महसूस कर सकता हूं कि इसका क्या मतलब है।
ईशांत को वेस्टइंडीज के आगामी दौरे के लिए भारत की वनडे टीम में चुना गया है और उन्होंने टीम में वापसी पर खुशी जताई। उन्होंने साथ ही कहा कि अब उनकी नजरें टीम में अपनी जगह पक्की करने पर है। उन्होंने कहा एकदिवसीय टीम में वापसी करना अच्छा लगता है। वेस्टइंडीज दौरा मेरे लिए अच्छा प्रदर्शन करने और टीम में जगह पक्की करने का अच्छा मौका होगा।
यह पूछने पर कि क्या जहीर खान और आशीष नेहरा जैसे अनुभवी गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में उन पर अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी, ईशांत ने कहा कि ऐसा नहीं होगा। जहीर को वनडे श्रृंखला के लिए आराम दिया गया है जबकि नेहरा चोटिल हैं।
उन्होंने कहा मुझे ऐसा नहीं लगता। मुनाफ पटेल ने विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया। यहां तक कि विनय कुमार कुछ मैच खेला है और उसने हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। आज यह नहीं कह सकते कि जिसने देश के लिए 50 से 60 मै खेले हैं वह गैरजिम्मेदार है।
उन्होंने कहा जहीर और आशीष नेहरा खेलें या नहीं, हमेशा दबाव होता है। आप अपने देश के लिए खेल रहे हो जो गर्व और जिम्मेदारी की बात है। टी20 और वनडे श्रृंखला के लिए गौतम गंभीर को टीम इंडिया का कप्तान बनाए जाने पर ईशांत ने कहा मुझे नहीं लगता कि मुझे उसकी कप्तानी के बारे में कुछ कहने की जरूरत है क्योंकि उसके नेतृत्व में हमने न्यूजीलैंड को 5-0 से हराया था।
गंभीर की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स आईपीएल चार में शीर्ष चार टीमों में शामिल है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि मुझे गौतम की नेतृत्व क्षमता पर टिप्पणी करनी चाहिए। (भाषा)