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Written By ND

नंबर के आतंक से मुक्ति

इसी सत्र से सीबीएसई 10वीं में ग्रेडिंग प्रणाली

करियर
नई दिल्ली, सीबीएसई के स्कूलों में 10 वीं बोर्ड परीक्षा अगले शैक्षणिक सत्र 2010-11 से वैकल्पिक हो जाएगी लेकिन ग्रेडिंग प्रणाली मौजूदा शैक्षणिक सत्र से लागू होगी। सरकार का यह ऐतिहासिक फैसला पूरे देश में लाखों छात्रों के चेहरे पर खुशी लेकर आएगा। उन्हें नंबर के आतंक से मुक्ति मिल जाएगी।

मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने सोमवार को यहाँ कहा कि बच्चों में परीक्षाओं को लेकर तनाव को दूर करने के मकसद से सीबीएसई के स्कूलों में बोर्ड परीक्षा वैकल्पिक करने का फैसला किया गया है। हालाँकि मौजूदा शैक्षणिक सत्र के लिए मार्च 2010 में दसवीं के 8 लाख से अधिक छात्रों को बोर्ड परीक्षा अनिवार्यतः देनी होगी, लेकिन इसके नतीजे ग्रेडिंग प्रणाली के जरिए घोषित किए जाएँगे। ग्रेडिंग प्रणाली इसी साल से कक्षा नौवीं में भी लागू की जा रही है।

छात्रों का प्रदर्शन जाँचेंग

श्री सिब्बल ने बताया कि 10वीं कक्षा तक ग्रेडिंग प्रणाली इसी शैक्षणिक सत्र (वर्ष 2009-10) से शुरू कर दी जाएगी। ग्रेडिंग किसी छात्र के दीर्घकालिक और तात्कालिक दोनों तरह के प्रदर्शन के आधार पर की जाएगी। जो छात्र प्रतियोगिताओं में बैठने के लिए या किसी अन्य मकसद से अंक जानना चाहेंगे, उन्हें यह अवसर मुहैया कराया जाएगा। 12वीं तक चलने वाले स्कूलों में छात्रों को 10वीं कक्षा में बोर्ड परीक्षा नहीं देनी होगी। उन्हें 11वीं में दाखिला अंदरूनी आकलन के आधार पर दिया जाएगा।

*अगले सत्र से 10वीं बोर्ड ऐच्छिक

*नौ ग्रेडों में आँका जाएगा छात्रों को

*नौवीं में भी यही प्रणाली लागू

*सतत व समग्र मूल्यांकन प्रणाली के जरिए आँका जाएगा छात्रों का प्रदर्शन

*इसकी प्रक्रिया एक अक्टूबर से देशभर में होगी लागू

कई चुनौतियाँ हैं सामने: इसी साल से ग्रेडिंग प्रणाली शुरू करने में सबसे बड़ी चुनौती उसके लिए शिक्षकों को तैयार करने की है। सतत समग्र मूल्यांकन (सीसीई) के लिए नए तरीके से अध्यापन और छात्रों के मूल्यांकन की जरूरत है। इसके लिए शिक्षकों को तैयार करना बड़ी चुनौती है। ङ"ख११ऋ

परीक्षा ऑन डिमांड

जिन छात्रों का स्कूल सिर्फ १०वीं तक है या जिन्हें किसी दूसरे स्कूल में दाखिला लेना है या फिर उनका तबादला हो गया हो, उन्हें १०वीं की बोर्ड परीक्षा देनी होगी। इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है- ऑन लाइन/ऑफ लाइन/ऑन डिमांड परीक्षा। ये छात्र 10वीं की परीक्षा देंगे और आगे 11वीं में नंबरों के आधार पर दाखिला लेंगे। छात्र अगर चाहे तो खुद भी बोर्ड की परीक्षा देने का विकल्प आजमा सकता है।

12वीं बोर्ड भी अलविदा!

10वीं के बाद अब 12वीं के बोर्ड को भी अलविदा करने की तैयारी शुरू हो गई है। सीबीएसई के चेयरमैन डॉ. विनीत जोशी ने 'नईदुनिया' को बताया कि एक बार दसवीं की बोर्ड परीक्षा को वैकल्पिक करने का प्रयोग कामयाब हो जाए तो 12वीं की परीक्षा में भी यही मॉडल लागू किया जाएगा। एक उम्मीद है कि 2013 में 12वीं में भी बोर्ड परीक्षा से मुक्ति मिल जाएगी।

'ग्रेडिंग प्रणाली के तहत छात्र का सतत, व्यापक मूल्यांकन किया जाएगा। यह छात्रों के लिए अच्छा है।'
-कपिल सिब्बल, मानव संसाधन विकास मंत्री श्रेणी अंक स्थिति

ऐसे होगी ग्रेडिं

ए1 91-100 असाधारण

ए2 81-90 श्रेष्ठ

बी1 71-80 बहुत अच्छा

बी2 61-70 अच्छा

सी1 51-60 ठीक

सी2 41-50 औसत

डी 33-40 औसत से नीचे

ई1 21-32 सुधार की जरूरत

ई2 00-20 असंतोषजनक