Last Modified: नई दिल्ली ,
रविवार, 1 अगस्त 2010 (20:04 IST)
आर्सेलर मित्तल माँग घटने को लेकर चिंतित
तीन अरब का कटौती लक्ष्य पूरा किया
यूरोप और चीन के बाजारों में माँग कमजोर पड़ने से चिंतित दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी आर्सेलर मित्तल ने 2010 में अपने खर्चों में कटौती लाने के तीन अरब डॉलर के निर्धारित लक्ष्य को पहली छमाही में ही हासिल कर लिया।
कंपनी के लक्जमबर्ग स्थित मुख्यालय से जारी अर्धवार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2010 की पहली छमाही की समाप्ति पर हमने सालाना खर्च कटौती के 3 अरब डॉलर के लक्ष्य को हासिल कर लिया। कंपनी को अगले तीन महीनों के दौरान इस्पात माँग को लेकर बाजार की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं लगती। उसने कहा है कि यूरोप और चीन के बाजारों में माँग घटने से उसके कार्यप्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने अपनी उत्पादन क्षमता के इस्तेमाल में उल्लेखनीय लचीलापन दिखाया है। वर्ष 2008 की समाप्ति के समय पैदा हुए आर्थिक संकट के समय कंपनी ने 45 प्रतिशत तक उत्पादन कटौती पर अमल किया और उसके बाद जून 2010 तक इसमें धीरे-धीरे वृद्धि की गई जो कि 78 प्रतिशत तक पहुँच चुकी है। कंपनी अब जुलाई-सितंबर अवधि में उत्पादन को कम करके 70 प्रतिशत पर लाना चाहती है।
कंपनी ने अप्रैल जून की तिमाही में 1.7 अरब डॉलर का मुनाफा कमाया है और उसने अगले तीन महीनों के दौरान बाजार में माँग की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की है। कंपनी ने कहा है कि यूरोप और चीन के बाजारों में माँग घटने का उसके कार्य प्रदर्शन पर असर पड सकता है।
आर्सेलर मित्तल ने 2009 में 7 करोड 30 लाख टन इस्पात उत्पादन किया। यह कुल विश्व इस्पात उत्पादन का 8 प्रतिशत है। (भाषा)