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Written By ND

कमर्शियल पायलट : कैरियर की ऊंची उड़ान

डॉ. जयंतीलाल भंडारी

Career as a Pilot | कमर्शियल पायलट : कैरियर की ऊंची उड़ान
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क्या आप पक्षियों के समान आसमान में उड़ने का सपना देखते हैं? यदि हां, तो आपका यह ख्वाब पायलट बनकर पूरा हो सकता है। एविएशन के इस क्षेत्र में जहां आप एक पालयट के रूप में आसमान में उड़ने का सपना पूरा कर सकते हैं, वहीं आप इस विशाल क्षेत्र के अन्य विभागों में भी अपने भविष्य को ऊंची उड़ान दे सकते हैं। हवाई यात्रा के किराए का घटना तथा यात्रियों की तादाद बढ़ने से यह क्षेत्र निरंतर प्रगति एवं वृद्धि कर रहा इसलिए इस क्षेत्र में स्वर्णिम करियर उपलब्ध है

गौरतलब है कि एक कमर्शियल पायलट बनने के लिए आपसे 100 प्रतिशत नहीं, अपितु 200 प्रतिशत कमिटमेंट की दरकार होती है। तुरंत निर्णय लेने की क्षमता, घंटों तक कार्य करना, अपने काम को जिम्मेदारी के साथ पूरा करना जैसी चुनौतियां पायलट के सम्मुख होती हैं और यदि आपमें यह क्षमता हैं तो आप भी एक कमर्शियल पालयट के रूप में एविएशन इंडस्ट्री में चमकीला करियर बना सकते हैं।

पायलट जहां एयरक्रॉफ्ट को उड़ान देता है, वहीं इसकी जिम्मेदारियां भी एयरक्रॉफ्ट की गति से बढ़ती जाती हैं। विमान उड़ाने के साथ-साथ इन्हें प्री-फ्लाइट प्लान्स पर भी गंभीरता से ध्यान देना होता है और मेट्रोलॉजिकल सूचनाओं को जुटाना होता है साथ ही एयरक्रॉफ्ट में ईंधन की मात्रा की जानकारी रखना और ट्रेफिक कंट्रोल विभाग व कैबिन क्रू से निरंतर संपर्क में रहना होता है।

फ्लाइट के बाद भी पायलट को पोस्ट फ्लाइट रिपोर्ट तैयार करना होती है, साथ ही किसी भी प्रकार की यांत्रिक समस्याएं और सामान्य समस्याएं होने पर भी पायलट को पूरी सतर्कता रखना होती है। इसके अलावा पायलट को खराब मौसम से जूझना, काम का दबाव, बिना आराम किए घंटों विमान उड़ाना आदि कार्य करने होते हैं।

कमर्शियल पालयट बनने के लिए पहले चरण में आपको स्टूडेंट पायलट लाइसेंस (एसपीएल) प्राप्त करना होता है। स्टूडेंट पायलट लाइसेंस प्राप्त करने के लिए सबसे पहले तो उम्मीदवार को दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक होता है। साथ ही उम्मीदवार की आयु 17 वर्ष होनी चाहिए। इसके बाद प्रायवेट पायलट लाइसेंस (पीपीएल) प्राप्त करना होता है।

इससे भी ऊपर यदि उम्मीदवार 500 घंटे की ऑन द जॉब फ्लाइंग करने में सक्षम हो जाता है, तो वह सीनियर कमर्शियल पालयट लाइसेंस प्राप्त करने के योग्य हो जाता है और 1500 घंटे की उड़ान पूरी करने के बाद उम्मीदवार को एयरलाइंस ट्रांसपोर्ट पायलट लाइसेंस हासिल करने की योग्यता प्राप्त हो जाती है, जो कि सबसे उच्च श्रेणी का फ्लाइंग लाइसेंस होता है।

उम्मीदवार यदि भौतिकी व गणित विषयों के साथ बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण हो तो वह एसपीएल लाइसेंस प्राप्त करने के बाद सीपीएल यानी कि कमर्शियल पालयट लाइसेंस प्राप्त कर सकता है। यह लाइसेंस डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) द्वारा प्रदान किए जाते हैं। इसके तहत उम्मीदवार को फ्लाइंग क्लब या फ्लाइंग स्कूल द्वारा निर्धारित नियमों और घंटों की उड़ान का टेस्ट पास करना होता है।

प्राइवेट पायलट लाइसेंस प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार को डीजीसीए द्वारा संचालित परीक्षा में शामिल होना पड़ता है। इस परीक्षा के तहत एयर नेवीगेशन, एविएशन मेट्रोलॉजी, एयर रेगुलेशन और तकनीकी विषयों से संबंधित थियोरिटीकल प्रश्न पूछे जाते हैं। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए उम्मीदवार के पास अच्छी दृष्टि क्षमता होना तथा शारीरिक रूप से फिट होना भी बहुत जरूरी है।

वर्तमान में देश में करीब 30 फ्लाइंग क्लब या फ्लाइंगस्कूल हैं तथा रायबरेली (उ.प्र.) में एकमात्र स्वशासित फ्लाइंग स्कूल है। प्राइवेट फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूलों में 15 से 20 लाख रुपए प्रशिक्षण शुल्क लिया जाता है। सरकार द्वारा प्रायोजित फ्लाइंग स्कूल में सीपीएल लाइसेंस के लिए उम्मीदवारों को 10 लाख रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं जिसमें बोर्डिंग और लॉजिंग चार्जेज भी शामिल हैं। इस क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त करना खर्चीला है लेकिन प्रशिक्षण के उपरांत जॉब लग जाने पर बहुत आकर्षक वेतन एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।

पायलट का कार्य जहां जिम्मेदारी तथा चुनौतियों से भरा हुआ है, वहीं एक अनुभवी और योग्य पायलट को एयरलाइंस कंपनियां आकर्षक वेतन एवं सुविधाएं प्रदान करती हैं।

भारत में एयर इंडिया और इंडियन के अलावा कई प्राइवेट एयरलाइंस जैसे जेट एयरवेज, सहारा, एयर डेक्कन, स्पाइस जेट, इंडिगो आदि हैं जिनमें आप अच्छा रोजगार पा सकते हैं। इसके अतिरिक्त कई इंटरनेशनल एयरलाइंस जैसे यूनाइटेड एयरलाइंस, एयर कनाडा, वर्जिन अटलांटिक, क्वांटस, लुफ्तांसा, एयर कनाडा, ब्रिटिश एयरवेज जैसे कई नाम हैं जहां योग्य उम्मीदवारों को पायलट के रूप में करियर के अवसर मिलते हैं।

यहां से कर सकते हैं कोर्स
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी, रायबरेली, उत्तरप्रदेश।
- राजपूताना एविएशन एकेडमी कोटा (राजस्थान)।
- अहमदाबाद, एविएशन एंड एरोनॉटिक्स, अहमदाबाद।
- प्रत्येक राज्य की राजधानी में स्थित राज्य सरकार का फ्लाइंग क्लब।
- मध्यप्रदेश फ्लाइंग क्लब, इंदौर एवं भोपाल।