चीन के इंटरनेट बूटकेम्प में किशोर की मौत
चीन की पुलिस ने एक किशोर की मौत के बाद इंटरनेट के आदी हो चुके लोगों के लिए चलाए जाने वाले बूटकेम्पों की छानबीन शुरू कर दी है। एक आधिकारिक एजेंसी के अनुसार इस बालक की बूटकेम्प में चेक इन करने के एक घंटे बाद मौत हो गई थी। 15 वर्षीय इस बालक के शरीर पर चोटों के गंभीर निशान पाए गए थे जिनसे पता चलता है कि उसकी बेदर्दी से पिटाई की गई थी। इस मामले में बूटकेंप के चार प्रशिक्षकों को हिरासत में ले लिया गया है। चीन में विश्व के सबसे ज्यादा इंटरनेट यूजर्स हैं। पिछले साल चीन में इंटरनेट का उपयोग करने वालों की संख्या 30 करोड़ थी। इंटरनेट के आदी हो जाने की समस्या विशेष रूप से किशोरवय के बच्चों में पाई जाती है जो अपने माता-पिता की अपेक्षाओं के बोझ से बचने के लिए इंटरनेट का सहारा लेते हैं। चीन में इंटरनेट डिसऑर्डर का इलाज करने वाली 200 से ज्यादा संस्थाएँ हैं। इनमें से कई केम्प मिलिट्री या आर्मी कंम्पों के माहौल से प्रभावित हैं। मरीजों का ध्यान कंप्यूटर से हटाने के लिए उन पर कठोरता पूर्ण अनुशासन लगाया जाता है जिसमें शारिरिक यातना भी शामिल है। कई बार मरीजो को बिजली के शॉक भी दिए जाते थे जिस पर सरकार ने पिछले साल प्रतिबंध लगा दिया था। एक इंटरनेट एडिक्शन क्लिनिक के संचालक का कहना है कि जो इंटरनेट के आदी टीनेजर्स इन मिलिट्री अनुशासन वाले इलाज को सहन नहीं कर पाते उनके साथ ऐसे हादसे हो जाते हैं।