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Written By भाषा
Last Modified: बेंगलुरु , रविवार, 8 मई 2011 (19:55 IST)

आईपीएल में बेंगलुरु की लगातार पांचवीं जीत

आईपीएल में बेंगलुरु की लगातार पांचवीं जीत -
PTI
क्रिस गेल की करिश्माई बल्लेबाजी और तिलकरत्ने दिलशान के तूफानी अर्धशतक की मदद से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने अपना विजयी अभियान जारी रखते हुए आईपीएल में कोच्चि टस्कर्स को नौ विकेट से हराकर लगातार पांचवीं जीत दर्ज की।

बेंगलूर की टीम इस जीत के बाद 10 मैचों में छह जीत के साथ 13 अंक जुटाकर तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। दूसरी तरफ कोच्चि की टीम 11 मैचों में 10 अंक के साथ छठे स्थान पर है।

गेल ने सिर्फ 16 गेंद में तीन चौकों और पांच छक्कों की मदद से 44 रन की पारी खेलने के अलावा तिलकरत्ने दिलशान (31 गेंद में नाबाद 52 रन, आठ चौके और एक छक्का) के साथ पहले विकेट के लिए सिर्फ 3.5 ओवर में 67 रन जोड़े, जिसकी मदद से मेजबान टीम ने 126 रन के लक्ष्य को 13.1 ओवर में एक विकेट खोकर हासिल कर लिया।

कोच्चि की टीम इससे पहले डेनियल विटोरी (24 रन पर दो विकेट) और श्रीनाथ अरविंद (20 रन पर दो विकेट) की सटीक गेंदबाजी के सामने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाने के बाद नौ विकेट पर 125 रन ही बना सकी। टीम की ओर से माइकल क्लिंगर ने सर्वाधिक 24 रन बनाए जबकि रविंद्र जडेजा ने 23 रन की पारी खेली।

मैच में बेंगलुरु के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कोच्चि की पारी के दौरान केवल 12 चौके लगे जबकि रॉयल चैलेंजर्स ने 14 चौके और छह छक्के जड़े।

गेल के टीम के साथ जुड़ने से मानो रॉयल चैलेंजर्स का भाग्य ही बदल गया और उसने वेस्टइंडीज के इस धाकड़ बल्लेबाज की मौजूदगी में सभी पांच मैचों जीत दर्ज करते हुए प्लेआफ के लिए अपना दावा मजबूत किया।

'मैन ऑफ द मैच' गेल ने इसके बाद करिश्माई बल्लेबाजी करते हुए प्रशांत परमेश्वरन के ओवर में रिकॉर्ड 37 रन बटोरे। वेस्टइंडीज के इस आक्रामक बल्लेबाज ने इस ओवर में चार छक्के और तीन चौके लगाए। इसमें नोबॉल पर लगाया गया छक्का और फिर फ्री हिट पर जड़ा चौका भी शामिल है।

कोच्चि के कप्तान महेला जयवर्धने ने चौथे ओवर में गेंद आर. विनयकुमार को थमाई, जिन्होंने गेल को बोल्ड करने टीम को कुछ राहत दी। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज हालांकि तब तक अपना काम कर चुका था और टीम को इस समय जीत के लिए 97 गेंद में 59 रन की दरकार थी।

दिलशान और विराट कोहली (नाबाद 27) ने इसके बाद दूसरे विकेट के लिए 9.2 ओवर में नाबाद 61 रन जोड़कर टीम को आसान जीत दिलाई। दिलशान ने रविंद्र जडेजा की गेंद पर दो रन के साथ सिर्फ 30 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
कोहली ने परमेश्वरन की गेंद को मिड आफ और एक्सट्रा कवर के बीच से चार रन के लिए भेजकर टीम को जीत दिलाई।
इससे पहले कोच्चि के बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील करने में असफल रहे। क्लिंगर और ब्रेंडन मैकुलम (22) ने पहले विकेट के लिए 43 रन जोड़कर टीम को तेज शुरुआत दिलाई। दोनों बल्लेबाज सतर्कता के साथ खेले लेकिन खराब गेंद को नसीसत देने में कोताही भी नहीं बरती।

क्लिंगर ने जहीर खान पर दो चौके मारे जबकि मैकुलम ने क्रिस गेल के ओवर में दो बार गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाया। विटोरी ने छठे ओवर में गेंदबाजी का जिम्मा खुद संभाला और तीसरी ही गेंद पर मैकुलम को स्थानापन्न खिलाड़ी अरूण कार्तिक के हाथों कैच करा दिया।

क्लिंगर का साथ देने उतरे पार्थिव पटेल (19) भाग्यशाली रहे जब पांच रन के निजी स्कोर वह अभिमन्यु मिथुन की गेंद पर लपके गए लेकिन यह नोबाल हो गई। पार्थिव ने फ्री हिट पर चार रन बटोरे।

विटोरी ने नौवें ओवर में गेंद एक बार फिर गेल को थमाई जिन्होंने क्लिंगर को यॉर्कर पर बोल्ड करके अपने कप्तान को निराश नहीं किया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके जड़े। बेंगलुरु के कप्तान ने जयवर्धने (3) को एबी डी'विलियर्स के हाथों कैच कराकर टीम को तीसरा झटका दिया।

पार्थिव इसके बाद ब्रेड हाज (5) के साथ गलतफहमी का शिकार होकर पैवेलियन लौटे। नौ रन के भीतर तीन विकेट गंवाने से कोच्चि की टीम दबाव में आ गई और बल्लेबाजों पर भी इसका असर दिखने लगा। अरविंद ने हाज को जहीर के हाथों कैच कराकर कोच्चि की मुश्किलें बढ़ा दी।

अरविंद ने इसके बाद रैफी गोमेज (7) को भी कोहली के हाथों कैच कराया। निचले क्रम के अन्य बल्लेबाज भी आयाराम गयाराम साबित हुए और केवल जडेजा ही टिककर खेल पाये लेकिन वह भी बड़े शॉट खेलने में नाकाम रहे। उन्होंने 22 गेंद की अपनी पारी में केवल दो चौके लगाए।

अंतिम चार ओवर के दौरान तो गेंद एक बार भी सीमा रेखा के दर्शन नहीं कर पाई और इस दौरान केवल 22 रन बने जबकि टीम ने चार विकेट गंवाए। (वार्ता)