विवाहित महिलाओं को आती है अच्छी नींद
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वेबदुनिया डेस्क महिलाओं और युवतियों के लिए यह जानकारी बड़े काम की सिद्ध हो सकती है कि नींद का संबंध विवाह से भी है। अगर आपको नींद नहीं आती या नींद के लिए तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है तो समझ लीजिए कि नींद की गोली, गर्म दूध का गिलास समस्या का सही निदान नहीं है। समस्या का सही निदान है विवाह। अमेरिका के पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय में शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि जो महिलाएँ अपने पति या साथी के साथ खुश हैं, उन्हें नींद की कम समस्या होती है। इसकी तुलना में जो महिलाएँ अविवाहित या बिना किसी साथी के हैं, उन्हें मुश्किल से नींद आती है। उल्लेखनीय है कि रात में आठ घंटे की अच्छी नींद आने का पैसों की चिंता, अल्कोहल और कैफीन का उपयोग और सेक्स में बिताया गया समय भी महत्व नहीं रखता है। प्रमुख शोधकर्ता और साइकियाट्री की सहायक प्रोफेसर वेंडी ट्रोक्सेल का कहना है कि हमने देखा है कि विवाहित महिलाओं को नींद आने में कम मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इनकी तुलना में उन महिलाओं को नींद संबंधी समस्याएँ ज्यादा थीं, जो अकेली थीं या जिनका कोई साथी नहीं था। यह पता लगाने के लिए ट्रोक्सेल ने अमेरिका के सात बड़े शहरों में 42 से 52 तक की आयु की 1938 महिलाओं पर शोध किया। इनकी नस्ली पृष्ठभूमि भी अलग थी। इस शोध के दौरान नींद न आने के कारणों को भी ध्यान में रखा गया। इस शोध के दौरान कॉकेशियन और अफ्रीकी-अमेरिकी महिलाओं को नींद में अधिक शिकायतें महसूस हुईं। इनकी तुलना में जापानी, हिस्पानिक (स्पेनिश भाषी) और चीनी महिलाओं को नींद आने में कम शिकायतें महसूस हुईं। हालाँकि कॉकेशियन और जापानी महिलाओं ने बताया कि उनका वैवाहिक जीवन सबसे ज्यादा सुखी है। ट्रोक्सेल का कहना है कि सुखी विवाहित जीवन का अर्थ है नींद में कम से कम खलल। इस अध्ययन के लिए जिन अफ्रीकी-अमेरिकी नस्ल की महिलाओं को चुना गया था वे बोस्टन, शिकागो, डेट्रोयट और पिट्सबर्ग में रहती थीं। जबकि चीनी महिलाएँ ऑकलैंड, कैलिफोर्निया और जापानी महिलाएँ लॉस एंजिल्स तथा हिस्पानिक महिलाएँ नेवार्क से चुनी गई थीं।