मुंबई हमलों का ब्रिटेन से संबंध नहीं-ब्राउन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने कहा है कि मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिकों के शामिल होने के बारे में अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। हालाँकि उन्होंने साथ ही कहा कि अभी किसी भी नतीजे पर पहुँचना जल्दबाजी होगी।लंदन से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र इवनिंग स्टैंडर्ड ने भारत सरकार के सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कुछ आतंकवादी ब्रिटिश नागरिक थे।रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में होटलों और यहूदी केन्द्र में बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाने की कार्रवाई के दौरान भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तानी मूल के दो ब्रिटिश नागरिकों और आठ अन्य आतंकवादियों को पकड़ा है।ब्राउन ने कहा कि मैंने हमलों के बाद भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह से बात की थी लेकिन पूरी बातचीत के दौरान उन्होंने एक बार भी इसका जिक्र नहीं किया।उन्होंने साथ ही कहा कि लेकिन जाहिर बात है कि हमलों की व्यापक जाँच की जा रही है, इसलिए अभी किसी भी नतीजे पर पहुँचना जल्दबाजी होगी।ब्रिटेन के एक खुफिया सूत्र ने कहा कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि हमलों में ब्रिटिश नागरिकों के शामिल होने की रिपोर्ट सही है। उसने कहा कि यह अटकलबाजी भी हो सकती और सच्चाई भी।उधर गृहमंत्री जैकुई स्मिथ ने कहा ब्रिटिश एजेंसियां रिपोर्टों की जाँच कर रही है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हम इन रिपोर्टों की सच्चाई का पता लगाएँ। हम इन हमलों की जाँच में भारत सरकार को हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं।मुंबई में ट्रेड मिशन में तैनात यूरोपीय संसद की जर्मन सदस्य एरिका मेन ने कहा कि उन्होंने इन हमलों में पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिकों के शामिल होने और मारे जाने की बात सुनी है।ब्रिटेन में पाकिस्तानी मूल के करीब साढ़े सात लाख लोग रहते हैं। जुलाई 2005 में लंदन की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को निशाना बनाने वाले चार आत्मघाती हमलावरों में से तीन पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिक थे।खुफिया एजेंसियों के अनुमान के मुताबिक पिछले एक दशक में पाकिस्तानी मूल के सैकड़ों ब्रिटिश युवाओं ने आतंकवाद का प्रशिक्षण लेने के लिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान की यात्राएँ की।