तमिल संघर्ष का असर भारत में नहीं
अमेरिका के विदेश विभाग के एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि श्रीलंका में हिंसक जातीय संघर्ष का असर दक्षिण भारत में फैलने की संभावना नहीं है, क्योंकि दोनों देशों में स्थिति अलग-अलग है।दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री रिचर्ड बाउचर ने कुछ दक्षिण एशियाई संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कहा मैं ऐसा नहीं सोचता। मेरा मानना है कि श्रीलंका में स्थिति थोड़ी अलग है।जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका तमिल संघर्ष को दक्षिण भारत के क्षेत्र में फैलता हुआ देखता है, जहाँ कुछ घरेलू विवाद हैं तो उन्होंने इसका जवाब नहीं में दिया।आतंकवाद के खिलाफ मदद करेंगे : बाउचर ने कहा कि आतंकवादी दक्षिण एशिया की आत्मा पर हमला कर रहे हैं। अगर इस मामले में उसकी मदद माँगी गई तो वह सहायता करेगा।उन्होंने कहा कि लाहौर हमले को लेकर अभी तक ना तो पाकिस्तान सरकार और ना ही श्रीलंकाई अधिकारियों ने जाँच में मदद के लिए अमेरिका से संपर्क किया है।