अपदस्थ इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के प्रमुख विश्वासपात्र केमिकल अली को फाँसी दिए जाने को इराक के राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी।
इराक के एक शीर्ष अधिकारी ने नाम नहीं सार्वजनिक करने की शर्त पर बताया कि इराकी राष्ट्रपति ने केमिकल अली को फाँसी पर लटकाने की मंजूरी दे दी है। हालाँकि अली को फाँसी पर कब लटकाया जाएगा उसके सही समय का निर्धारण अभी तक नहीं हो पाया है।
सद्दाम हुसैन के शासनकाल में रक्षा मंत्री रहे अली हसन अल माजिद का उपनाम केमिकल अली तब पड़ा जब उसने इराकी कुर्दों पर गैस से हमला करने का आदेश दिया था। केमिकल अली को नरसंहार का दोषी पाया गया था। मामले में उसे पिछले साल जून में फाँसी पर लटकाने की सजा मिली थी।
माजिद और उसके दो अन्य सहयोगी को इस कथित नरसंहार के मामले में अक्टूबर तक फाँसी पर लटका दिया जाना था लेकिन इराकी कानून की कुछ बाधाओं के कारण इसमें देरी हुई।
अन्य दोषियों में पूर्व रक्षा मंत्री सुलतान हाशिम अल ताई तथा पूर्व उप सेना प्रमुख हुसैन राशिद अल तिकरिती शामिल हैं। गैस हमले में अनुमानत: एक लाख 82 हजार कुर्द मारे गए थे।