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Written By भाषा

कराची और लाहौर में आग, 314 मरे

कराची और लाहौर में आग, 314 मरे -
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पाकिस्तान के औद्योगिक शहर कराची में एक कपड़ा फैक्टरी और लाहौर की एक जूता बनाने वाली कंपनी में आग लगने से महिलाओं एवं बच्चों सहित कम से कम 314 लोगों की मौत हो गई। इसे देश की भीषणतम औद्योगिक त्रासदियों में से एक माना जा रहा है।

अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि कराची के बल्दिया टाउन में स्थित इस कपड़ा फैक्टरी के भवन की दूसरी मंजिल पर स्थानीय समय के अनुसार मंगलवार शाम छह बजे आग लग गई। उसके कुछ ही घंटों पहले पंजाब प्रांत के लाहौर में एक जूता फैक्टरी में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई थी।

कराची के आयुक्त रोशन अली शेख ने बताया कि बचावकर्मियों ने आज दोपहर तक कराची के फैक्टरी से 289 लोगों के शव निकाल लिए थे। उन्होंने कहा कि मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचाव अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि 31 लोग घायल हो गए हैं।

कराची के पुलिस प्रमुख इकबाल महमूद ने बताया कि बचावकर्मी अभी तक आग से स्वाहा हुई फैक्टरी के कई हिस्सों में नहीं पहुंच पाए हैं।

शेख ने कहा था कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि भवन के कई जगहों को अभी तक खंगाला नहीं गया है। सिंध के स्वास्थ्य मंत्री सगीर अहमद ने कहा कि कई लोग घायल हुए हैं। मृतकों एवं घायलों में महिलाएं तथा बच्चे शामिल हैं।

अहमद ने कहा कि केवल अब्बासी सईद अस्पताल में 95 शव पहुंचे हैं। उन्होंने ने कहा कि अभी तक करीब 55 शवों की पहचान हुई है। सभी बुरी तरह जले हुए थे। आग बढ़ने पर कुछ लोग तनाव और डर से खिड़कियों से कूद गए, कुछ ने अपने मोबाइल की रोशनी का उपयोग कर राहतकर्मियों को अपने होने का संकेत दिया।

अग्निशमन दल के अधिकारियों का कहना है कि भीषण आग के कारण वह घंटों तक भवन में प्रवेश नहीं कर सके। कम से कम 40 दमकल गाड़ियों, दर्जनों अग्निशमन अधिकारियों और नौसेना के विशेष दस्ते ने मिलकर आग पर काबू पाया।

कराची के अग्निशमन विभाग के प्रमुख एहतिशामुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई है। फैक्टरी से बाहर निकलने से सभी रास्ते बंद थे। आग लगने के कारणों की अभी भी पुष्टि नहीं हुई है हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि फैक्टरी के मुख्य द्वार के पास रखे जनरेटर के पास से आग शुरू हुई।

फैक्टरी में करीब 2000 लोग काम करते थे। अधिकारियों का कहना है कि फैक्टरी प्रबंधक ने भवन और सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया है। सिंध के उद्योग मंत्री अब्दुल रऊफ सिद्दीकी ने अधिकारियों से कल तक इस घटना की रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

रात भर में ही फैक्टरी के भीतर काम कर रहे लोगों के परिजन उनकी सुध लेने के लिए बाहर पहुंच गए । ज्यादातर के आंखों से आंसू बह रहे थे और वे अपने चाहने वालों की सलामती की दुआ कर रहे थे ।

अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने भवन के ज्यादातर हिस्सों में आग पर काबू पा लिया है और अब उनका ध्यान शवों और घायलों को बाहर निकाले पर है। सिंध के गवर्नर इशरत-उल-इबाद खान ने आज कराची में शोक की घोषणा की है। (भाषा)