सरोजिनी और गांधीजी
प्रेरक प्रसंग
अपनी युवा अवस्था में सरोजिनी की गांधीजी से लंदन में मुलाकात हुई थी। उन्होंने गांधीजी को जमीन पर बैठे देखा था। वे पिचके हुए टमाटर, जैतून के तेल और बिस्किट से रात का भोजन कर रहे थे। वे उनकी ओर देखकर हँसीं और कुछ व्यंग्यात्मक टिप्पणी की।गांधीजी भी उनकी ओर देखकर बोले- आप संभवतः सरोजिनी नायडू हैं। आइए मेरे साथ भोजन करें।इतना प्रखर जवाब सुनने के बाद सरोजिनी उनकी प्रशंसक हो गईं और उनकी ऐसी अनुयायी हो गईं, जो 43 साल बाद उनकी मृत्यु तक उनके साथ रहीं। उन्हीं ने गांधीजी को 'राष्ट्रपिता' कहना शुरू किया था।