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हर शख़्स तड़पता हुआ मिला
रोहित जैन इश्क़ हमको मिला तो बनके इश्तिहार मिलानुमाइशों से भरा आपका किरदार मिलाहर एक शख़्स यहाँ हमको बेक़रार मिलाहर एक आँख में खुशियों का इंतज़ार मिलायूँ तो दुनिया में बहुत लोग मिले थे हमकोजिसे भी ढ़ूँढ़ना चाहा वो ही फ़रार मिलाकोई आवाज़ सुनाई तो दे रही थी हमेंमगर उठाई नज़र तो फ़क़त ग़ुबार मिलाहर एक शख़्स तड़पता हुआ मिला हमकोहर एक सिम्त हमें ग़म का कारोबार मिलामै उसको कैसे अपना हालेदिल बयाँ करताबेइख़्तियार मिला मुझको जितनी बार मिलाइसे क़िस्मत कहूँ या ज़िंदगी का खेल कहूँहर एक राह का पत्थर हमें मज़ार मिला
किसी शराब में तासीर वो नहीं पाईग़मेदुनिया में जो प्यारे हमें ख़ुमार मिलाकिसी को वास्ता नहीं है किसी से भी यहाँहर एक शख़्स यहाँ मुझको रहगुज़ार मिलाकि जैसे बू छुपी हुई हो फूल में 'रोहित'हर एक राख में सोया हुआ शरार मिला।