- लाइफ स्टाइल
» - साहित्य
» - काव्य-संसार
दिल सोचता है...
-
रोहित जैन दिल ये सोचता है किसी पल होगावो बेवफ़ा भी मेरे लिए बेकल होगाग़र मेरी आँखों में बरसातें हैंउसके दिल में भी कोई बादल होगाहमने सोचा था इश्क़ एक बार हैकिसे खबर थी ये ग़म मुसलसल होगाआज तो हमने रोक ली है क़ज़ाअब जो भी होगा वो कल होगाहवा छू गई जो मेरे चेहरे कोसोचता हूँ उसका आँचल होगाइश्क़ में जलने वाले से कह दोअब वो फ़ना पल-पल होगाइश्क़ कर लो फ़िर मज़े देखोलब्ज़ हर इक अब ग़ज़ल होगा।