अंतर्मन की आवाज सुनो
मीनाक्षी गोयल
जब तुमको हताशा घेर लेअंतर्मन की आवाज सुनोजब तुमको निराशा घेर लेअंतर्मन की आवाज सुनोयह जिंदगी अनमोल हैबिन अर्थों के यह नष्ट न होदुनिया में ऐसा कोई नहींजिसको कोई भी कष्ट न होनाकामी को तुम जीवन का अंत कभी भी ना मानोमेहनत में कोई कमी रहीइस सच्चाई को पहचानोअपना जीवन बेकार समझखिलवाड़ अगर तुम करते होअपने, अपनों को भी तो तुमजीवन भर का दुख देते होक्यों तुमने ऐसा सोच लियाकि कोई तुम्हारे साथ नहींकठिनाई के इस मौसम में हाथों में कोई हाथ नहींअपनी प्रतिभा को पहचानोखुद को एकाकी ना मानोइस जीवन का सम्मान करोअपने ऊपर अभिमान करोऐसी कायरता दिखलाकर इसका न यूँ अपमान करोयह जीवन जी कर जाओ तुमअपने को सफल बनाओ तुमयह विश्व तुम्हारे गुण गाएकुछ ऐसा कर दिखलाओ तुम इस जग के भावी निर्माताबस मेरा यह संदेश सुनोबिन मकसद मरना ठीक नहींइस पथ के राही नहीं बनोबुनना ही है तो जीवन मेंतुम आशाओं के स्वप्न बुनोजग में फूलों की कमी नहींफिर क्यों काँटों की राह चुनोजब तुमको हताशा घेर लेअंतर्मन की आवाज सुनोजब तुमको निराशा घेर लेअंतर्मन की आवाज सुनो।