हमेशा व्यस्त रहने वाले डॉक्टर प्रेमसुख पहले से समय निश्चित किए बिना किसी भी पेशंट को नहीं देखता था। एक युवक ने उसे चार बार फोन करके समय मांगा, लेकिन हर बार उसे डॉक्टर ने यही जवाब दिया - पहले आप मेरी सेक्रेटरी से मिलकर समय तय कर लीजिए।
पांचवीं बार भी जब उसे यहीं जवाब मिला तो उसने निवेदन भरे शब्दों में कहा - अब तो डॉक्टर साहब, मुझे आप ही से मिलना है। आपकी सेक्रेटरी के साथ बात तय करके तो मैं चार शामें गुजार चुका हूं।