नरेश की शादी एक अनपढ़ महिला से हो गई। शादी की पहली रात वह पति से बोली- आप तो बड़े ही अच्छे और दयालु इंसान हो जी। आपने तो मेरा उद्धार ही कर दिया।
इस पर नरेश ने कहा- ऐसी कोई बात नहीं है।
पत्नी बोली- मेरी भाभी और मेरी चाची हमेशा मुझे प्रताडि़त करती रहती थी और कहती थी कि तेरे जैसी मूर्ख से तो कोई गधा ही होगा जो शादी करके तेरा उद्धार करेगा।