गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. चुनाव 2013
  4. »
  5. दिल्ली
Written By WD
Last Modified: गुरुवार, 31 अक्टूबर 2013 (23:59 IST)

शहजादों को टिकट न देने के संकेत!

शहजादों को टिकट न देने के संकेत! -
-श्रवण शुक्ल, नई दिल्ली से

FILE
दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने साफ संकेत दे दिए हैं कि जो नेता खुद चुनाव न लड़कर अपने नेता पुत्र को मैदान में उतारने का ख्वाब संजो रहे हैं, वे सावधान हो जाएं।

दिल्ली के चुनाव संयोजक नितिन गडकरी के आवास पर हुई बैठक से यह बात साफ हो गई है कि कोई भी नेता यदि चुनाव नहीं लड़ना चाहता तो पार्टी उसका स्वागत करेगी, लेकिन उस विधायक ने यदि अपने पुत्र के लिए टिकट की मांग की तो उसकी बात को तवज्जो नहीं दी जाएगी।

गुरुवार की सुबह 11 बजे गडकरी आवास पर दिल्ली चुनाव समिति की मैराथन बैठक शुरू हुई जो देर रात तक जारी थी। बैठक में शामिल पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि ऐसा नरेन्द्र मोदी की वजह से किया जा रहा है जो अपने भाषणों में कांग्रेस के वंशवाद पर हमला बोल रहे हैं। ऐसे में यदि भाजपा भी कांग्रेस की लीक पर चलती है तो जनता में गलत संदेश जाएगा।

पता चला है कि विजय कुमार मल्होत्रा ने अपने बेटे अजय को अपनी सीट से टिकट देने को कहा था लेकिन जब चुनाव समिति के सदस्यों ने आपत्ति की, तो वे खुद चुनाव लड़ने की बात कहने लगे। सूत्रों के अनुसार दिल्ली चुनाव समिति में शहजादों को लेकर सहमति नहीं हो पा रही है।

सूत्रों के अनुसार गडकरी उन नेता पुत्र को ही टिकट देने पर सहमति बना रहे हैं जो बतौर कार्यकर्ता क्षेत्र में सक्रिय हैं और जीतने के पैमाने पर फिट बैठ रहे हैं। इसी बीच खबर है कि दिल्ली चुनाव समिति ने कुछ विधायकों को छोड़कर सभी वर्तमान विधायकों को चुनावी मैदान में उतारने का मन बना लिया है। दिल्ली के लिए भाजपा अपनी पहली सूची 4 से 7 नवम्बर के बीच जारी कर सकती है।