वशिष्ठ-राम, कृष्ण-अर्जुन, चाणक्य-चंद्रगुप्त, समर्थ गुरु रामदास-शिवाजी आदि गुरु-शिष्य परंपरा के ऐसे नाम हैं, जिन्होंने तत्कालीन समाज को नई दिशा दी। 'शिक्षक दिवस' के पावन अवसर पर आइए स्मरण करें, नमन करें उन पूज्य गुरुजनों को जिनका मार्गदर्शन हमें सतत आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।