गुरुवार, 28 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. करियर
  4. »
  5. करियर विकल्प
Written By ND

ग्लैमर के साथ सेवा का अवसर

ग्लैमर के साथ सेवा का अवसर -
- अशोक जोशी

ND
भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा तथा केंद्रीय सेवाओं के समूह क तथा ख में संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पूरे देश में आयोजित ऑल इंडिया कंबाइंड काम्पेटेटिव एक्जामिनेशन के माध्यम से प्रवेश प्राप्त किया जा सकता है। तथापि भारतीय वन्य सेवा में प्रवेश की प्रक्रिया अलग है।

राज्य सरकारों की सिविल सेवाओं में प्रवेश के लिए राज्य सरकारों के लोक सेवा आयोगों (पीएससी) द्वारा प्रतिस्पर्धी परीक्षा आयोजित की जाती है। इन प्रतियोगी परीक्षाओं की कड़ी प्रतिस्पर्धा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 400 से 500 रिक्तियों के लिए लाखों परीक्षार्थी शामिल होते हैं। इसलिए इस क्षेत्र में करियर बनाने वालों को जमकर तैयारी करना चाहिए।

पात्रता- सिविल सेवा परीक्षाओं में शामिल हो रहे प्रत्याशियों को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि वे परीक्षा में शामिल होने की सारी पात्रताएँ रखते हैं। जो प्रत्याशी अंतिम वर्ष की परीक्षा में शामिल हुए हैं तथा जिनका परिणाम प्रतीक्षित है, वे भी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा। इस परीक्षा में किसी भी विषय के स्नातक शामिल हो सकते हैं। सरकार द्वारा अधिमान्य तकनीकी तथा प्रोफेशनल अर्हताधारी भी इसमें प्रवेश ले सकते हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा तथा केंद्रीय सेवाओं के समूह क तथा ख में संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पूरे देश में आयोजित ऑल इंडिया कंबाइंड काम्पेटेटिव एक्जामिनेशन के माध्यम से प्रवेश प्राप्त किया जा सकता है।


राष्ट्रीयता-
(1) भारतीय प्रशासनिक सेवाओं (आईएएस) तथा भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में करियर बनाने वालों को भारतीय नागरिक होना आवश्यक है।
(2) अन्य सेवाओं के लिए प्रत्याशी की राष्ट्रीयता निम्नानुसार होनी चाहिए :
(क) वह या तो भारतीय नागरिक हो, या
(ख) नेपाल का नागरिक हो, या
(ग) भूटान का नागरिक हो, या
(घ) भारत में स्थायी रूप से रहने के लिए आया तिब्बत का विस्थापित या
(ङ) भारतीय मूल का व्यक्ति जो स्थायी रूप से भारत में रहने के लिए पाकिस्तान, बर्मा, श्रीलंका, पूर्वी अफ्रीकी देशों- केन्या, यूगांडा, यूनाइटेड रिपब्लिक ऑव तंजानिया, जाम्बिया, मालावी, जायरे, इथियोपिया तथा विएतनाम से आया हो। इन प्रत्याशियों को भारत सरकार द्वारा जारी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। यह प्रत्याशी भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में नियुक्ति के पात्र नहीं होंगे।

आयु सीमा- परीक्षा आयोजित किए जाने वाले वर्ष 1 अगस्त को प्रत्याशी की आयु 21 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रत्याशियों को उच्च आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

आवेदन प्रक्रिया- संघ लोक सेवा आयोग ने अपनी समस्त परीक्षाओं के लिए एक कॉमन आवेदन पत्र तैयार किया है जिसे कम्प्यूटराइज्ड मशीनों पर प्रोसेस किया जाता है। निर्धारित भुगतान पर यह आवदेन पत्र मय इंफरमेशन ब्रोशर जिसने आवेदन प्रपत्र भरने के अनुदेश दिए गए हैं तथा एक प्राप्ति सूचना कार्ड और आवेदन प्रेषित करने के लिफाफे सहित देश के सभी मुख्य डाकघरों पर उपलब्ध कराए जाते हैं। यह फार्म अन्य किसी एजेंसी से खरीदने के बजाय केवल विनिर्दिष्ट पोस्ट ऑफिस से ही खरीदना चाहिए। इस आवेदन को केवल एक बार, एक ही परीक्षा के लिए उपयोग में लिया जा सकता है।

स्रोत : नईदुनिया अवसर
प्रत्येक वर्ष दिसंबर के अंत में देश के प्रमुख समाचार पत्रों तथा रोजगार समाचार/ एम्पलॉयमेंट न्यूज में आवेदन पत्र सहित सिविल सर्विस परीक्षा की अधिसूचना प्रकाशित की जाती है। प्रत्याशियों को केवल निर्धारित प्रारूप में ही आवेदन करना चाहिए। फोटोकॉपी या बाजार में मिलने वाले अनधिकृत फार्मों का उपयोग नहीं करना चाहिए। चूँकि इन्हें इलेक्ट्रॉनिक पद्धति से स्कैन किया जाता है, इसलिए इन्हें सावधानीपूर्वक दिए गए निर्देशानुसार भरना चाहिए। विधिवत भरे गए आवेदन तथा एडी कार्ड ब्रोशर के साथ प्रदान किए गए विशेष लिफाफे में रखकर निर्धारित तिथि तक सचिव, संघ लोक सेवा आयोग, धौलपुर हाउस, शाहजहाँ रोड, नई दिल्ली-110 011 को प्रेषित कर दिए जाने चाहिए।

परीक्षा तथा चयन
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित ऑल इंडिया कम्बाइंड काम्पेटेटिव एक्जामिनेशन दो चरणों में संपन्न होती है-

प्रारंभिक परीक्षा- यह ऑब्जेक्टिव टाइप होती है जो कि मुख्य परीक्षा हेतु चयन हेतु अर्हता परीक्षा मानी जाती है। इसके 450 अंकों वाले दो प्रश्नपत्र होते हैं। पहला पेपर जनरल स्टडीज पर तथा दूसरा पेपर वैकल्पिक विषयों पर आधारित होता है। पर्चा हिन्दी तथा अँगरेजी दोनों ही भाषा में होता है। वैकल्पिक प्रश्नपत्र में स्नातक स्तर के प्रश्न होते हैं। प्रत्येक पर्चा दो घंटे की अवधि का होता है। नेत्रहीन छात्रों को प्रत्येक पर्चे में 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाता है। इसमें सफल छात्र मुख्य परीक्षा में शामिल होने के पात्र माने जाते हैं।

मुख्य परीक्षा- इस परीक्षा का उद्देश्य छात्रों की समग्र बौद्धिकता को परखना है। यह लिखित परीक्षा तथा साक्षात्कार पर आधारित होती है। लिखित परीक्षा में निबंधात्मक 9 प्रश्नपत्र होते हैं। प्रत्येक प्रश्नपत्र 3 घंटे का होता है। इसमें निम्नानुसार पर्चे होते हैं।
पेपर 1- एक भारतीय भाषा (छात्र द्वारा चयनित) 300 अंक
पेपर 2- अँगरेजी 300 अंक
पेपर 3- निबंध 300 अंक
पेपर 4 तथा 5- सामान्य अध्ययन प्रत्येक प्रश्न पत्र 300 अंक
पेपर 6 से 9- छात्र द्वारा चयनित कोई भी दो वैकल्पिक विषय। प्रत्येक विषय के दो प्रश्न पत्र 300-300 अंकों वाले। यह विषय ऊपर दर्शाए गए विषय हैं।

साक्षात्कार- मुख्य परीक्षा में न्यूनतम अर्हता अंक पाने वाले प्रत्याशियों को साक्षात्कार में बुलाया जाता है। आमतौर पर यह हर साल अप्रैल/ मई में होता है। इसमें छात्रों का मानसिक कौशल परखने के लिए सामान्य ज्ञान पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। यह 300 अंकों का होता है। मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार में प्राप्त अंकों को मिलाकर अंतिम रैंकिंग तैयार की जाती है तथा उनकी रैंकिंग और पसंदगी के आधार पर विभिन्न सेवाओं का आवंटन होता है।

स्रोत : नईदुनिया अवसर