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Written By समय ताम्रकर

2 स्टेट्स की कहानी

2 States Movie Preview | 2 स्टेट्स की कहानी
बैनर : नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट, धर्मा प्रोडक्शन्स, यूटीवी मोशन पिक्चर्स
निर्माता : साजिद नाडियाडवाला, करण जौहर
निर्देशक : अभिषेक वर्मन
संगीत : शंकर-एहसान-लॉय
कलाकार : अर्जुन कपूर, आलिया भट्ट, रोनित रॉय, अमृता सिंह, शिव सुब्रमण्यम, रेवती
रिलीज डेट : 18 अप्रैल 2014

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2 स्टेट्स फिल्म चेतन भगत द्वारा लिखित इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है। इसमें भारत में होने वाली शादियों में उत्पन्न होने वाली बाधाओं को रेखांकित किया गया है। आमतौर पर लड़का और लड़की में प्यार होता है और उनकी शादी हो जाती है, लेकिन भारत में ऐसा नहीं हैं। यहां लड़का, लड़की को प्यार करता है। लड़की, लड़के को प्यार करती है। लड़की के परिवार को भी लड़के को प्यार करना जरूरी है। लड़के के परिवार को भी लड़की को प्यार करना जरूरी है। लड़के के परिवार को लड़की का परिवार पसंद आना भी जरूरी है तो लड़की के परिवार को भी लड़के का परिवार अच्छा लगना जरूरी है। इन सब बातों के बावजूद लड़के और लड़की का प्यार कायम है तभी आखिरकार शादी होती है।

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2 स्टेट्स एक ऐसे ही कपल की प्यार से शादी के बीच की यात्रा को बयां करती है। कृष मल्होत्रा और अनन्या स्वामीनाथन की मुलाकात आईआईएम अहमदाबाद में होती है और दोनों इश्क कर बैठते हैं। सब कुछ ठीक चलता रहता है, लेकिन जब कोर्स खत्म होने की कगार पर पहुंचता है और दोनों शादी करने का फैसला करते हैं तो अचानक ढेर सारी मुसीबतें सामने आ खड़ी होती हैं।

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कृष और अनन्या भारत के दो अलग-अलग प्रदेशों से आए हैं। कृष दिल्ली के एक पंजाबी परिवार से ताल्लुकात रखता है तो अनन्या चेन्नई के एक तमिल ब्राह्मण परिवार से। दोनों एक महत्वूपर्ण फैसला लेते हैं कि जब तक उनके परिवार राजी नहीं होते वे शादी नहीं करेंगे। दोनों के माता-पिता मुलाकात करते हैं और बात बिगड़ने लगती है। सांस्कृतिक भिन्नताओं की टकराहट होती है और दोनों के परिवार इस शादी के विरोध में आ खड़े होते हैं।
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अपनी प्रेम कहानी को प्रेम विवाह में परिवर्तित करने के लिए ये कपल एक कठिन लड़ाई लड़ने के लिए तैयार होता है। विद्रोह करना आसान बात है लेकिन अपने परिवारों को राजी करना कृष और अनन्या के लिए लोहे के चने चबाना जैसा कठिन लगता है।
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क्या अनन्या और कृष का प्रेम इस कठिन लड़ाई में विजयी होगा? क्या वे अपने-अपने माता-पिता को राजी कर पाएंगे? फिल्म में इस गंभीर बात को व्यंग्यात्कम तरीके से पेश किया गया है।