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Written By भाषा

टीना देसाई : बॉलीवुड नहीं तो हॉलीवुड में खुला रास्ता

टीना देसाई : बॉलीवुड नहीं तो हॉलीवुड में खुला रास्ता -
टीना देसाई बॉलीवुड के लिए बहुत जाना-पहचाना नाम नहीं है। उन्होंने दो फिल्मों 'ये फासले' और 'सही धंधे गलत बंदे' में काम तो किया, लेकिन उन्हें किसी ने नोटिस नहीं किया। हाँ, वे विज्ञापनों का चर्चित चेहरा हैं। वे पेप्सी के विज्ञापन में शाहरुख के साथ नजर आईं। इसके अलावा टाइटन सहित लगभग 38 विज्ञापन टीना ने किए हैं। विज्ञापन फिल्मों में वे आमिर खान और सैफ अली खान के साथ भी काम कर चुकी हैं। साथ ही इस साल के किंगफिशर कैलेंडर की भी वे मॉडल हैं, लेकिन इस सबसे ऊपर वे हॉलीवुड की फिल्म 'द बेस्ट एक्जोटिक मेरीगोल्ड होटल' में देव पटेल के साथ काम रही हैं।

मजेदार बात यह है कि टीना अकाउंटिंग एंड टैक्सेशन की पढ़ाई भी कर रही हैं! वे कहती हैं कि उन्हें एक्टिंग और मॉडलिंग में जितना मजा आता है, उतना ही हिसाब-किताब में भी आता है!

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दो साल पहले मुंबई शिफ्ट हुई बेंगलुरू की यह मॉडल जेम्स बॉण्ड और हैरी पॉटर की दीवानी हैं और 'स्लमडॉग मिलियनेअर' तथा 'शेक्सपीयर इन लव' जैसी फिल्में उन्हें बहुत पसंद आईं। अब जूडी डेंच, बिल निघी के साथ जॉन मेडन के निर्देशन में काम करते हुए टीना बहुत उत्साहित हैं। फिल्म में उनके हीरो 'स्लमडॉग...' फेम देव पटेल हैं।

तीन मुश्किल ऑडिशन देने के बाद ही उन्हें फिल्म में सुनयना का रोल मिला है। टीना बताती हैं कि फिल्म की कॉस्टिंग डायरेक्टर उन्हें जानती थीं, इसलिए उन्होंने टीना को ऑडिशन के लिए बुलाया था। सच तो यह है कि टीना जूडी और बिल के साथ काम करने के बारे में सोचकर ही नर्वस होने लगी थीं, लेकिन काम करते हुए जरा भी नहीं लगा कि ये इतने नामचीन कलाकार हैं। जयपुर में फिल्म की शूटिंग के दौरान वे सेट का माहौल देखकर नॉर्मल हो पाईं।

बॉलीवुड में अपनी पहली दो फिल्मों के असफल होने पर टीना बहुत निराश नहीं हैं। वे मानती हैं कि चूँकि वे किसी एक्टिंग स्कूल नहीं गई हैं, इसलिए इन फिल्मों को वे ट्रेनिंग स्कूल की तरह ही देखती हैं। इससे पहले कैमरे के सामने के उनके सारे अनुभव सिर्फ विज्ञापन शूट करने जितने ही थे। इस दृष्टि से ये फिल्में कैमरा, शूटिंग, स्क्रिप्ट, एक्टिंग और फिल्म से जुड़े तमाम पहलुओं को जानने का माध्यम बनीं।

हॉलीवुड की फिल्म के अतिरिक्त वे हिन्दी में 'शराफत गई तेल लेने' की भी शूटिंग कर रही हैं। वे बॉलीवुड को अपनी पहली पसंद मानती हैं, क्योंकि आखिर तो सांस्कृतिक तौर पर वे बॉलीवुड के ही ज्यादा निकट हैं। वे कुछ बड़े बैनरों के साथ काम करने को उत्सुक हैं और बहुत आशान्वित भी, चाहे शुरुआत उन्हें नामालूम-से बैनरों के साथ करना पड़ी, लेकिन वे मानती हैं कि उनका भविष्य उज्ज्वल है।

- मिहिका सत्यार्थी