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Written By ND

बिपाशा और मैंने सिर्फ फिल्म में रोमांस किया है : राणा दग्गूबाती

बिपाशा और मैंने सिर्फ फिल्म में रोमांस किया है : राणा दग्गूबाती -
- चंद्रकांत शिंदे

दक्षिण भारत में अपार लोकप्रियता हासिल कर हिंदी दर्शकों में अपनी पैठ जमाने की कोशिश कई दक्षिण भारतीय नायकों ने की है लेकिन उन्हें वह सफलता हासिल नहीं हुई जो बॉलीवुड के नायकों को है। कमल हसन से लेकर रजनीकांत, नागार्जुन, वेंकटेश तक कई नाम इस सूची में लिए जा सकते हैं। दम मारो दम से एक और दक्षिण भारतीय नायक हिंदी में प्रवेश करने जा रहा है। इस नायक का नाम है राणा दग्गूबाती जो दक्षिण भारत के कलाकार परिवार से जुड़ा हुआ है। पेश है राणा से बातचीत :


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दम मारो दम में आपका क्या किरदार है?
दम मारो दम में मैं जोकिम फर्नांडिस का किरदार निभा रहा हूँ जो गोवा में रहता है और उसे संगीत से बेहद प्यार है। गोवा के लोगों की जो खासियत है वह बिलकुल उसी तरह शांत, रिलैक्स और संगीत से प्यार करने वाला है। अपना संगीत और अपने लोग जिसमें बिपाशा का खास स्थान है उसमें वह खोया रहता है। आसपास क्या हो रहा है इस पर वह ध्यान नहीं देना चाहता, लेकिन ऐसी कुछ घटनाएँ घटती हैं जिससे उसके शांत जीवन में तूफान आ जाता है। ड्रग्स बेचने वालों की वजह से उसे कई अड़चनों का सामना करना पड़ता है। फिल्म में तीन कहानियाँ हैं जिन्हें बहुत ही खूबसूरती से एक साथ जोड़ा गया है।

कहा जा रहा है फिल्म की शूटिंग के दौरान आप और बिपाशा एक-दूसरे के काफी नजदीक आ गए हैं?
पता नहीं इस तरह की अफवाहें कौन फैला रहा है? बिपाशा मुझसे बहुत सीनियर हैं और मैं अभी-अभी हिंदी फिल्मों में कदम रख रहा हूँ। फिल्म में सिर्फ मैं और बिपाशा ही रोमांटिक जोड़ी के रूप में नजर आ रहे हैं। एक रोमांटिक जोड़ी पर जिस तरह से दृश्य फिल्माए जाते हैं उसी तरह के दृश्य हम दोनों पर फिल्माए गए हैं। हम दोनों प्रोफेशनल हैं और अपने काम से मतलब रखते हैं। फिल्म के कुछ प्रणयी दृश्यों की वजह से कुछ लोगों ने यह अफवाहें फैलाई हैं। मेरी समझ में नहीं आता कि लोग क्यों इस तरह की अफवाहें फैलाते हैं? अगर फिल्म के प्रमोशन के लिए इस तरह की अफवाहें फैलाई गई हो तो वो गलत है।

अब तक का इतिहास है कि दक्षिण भारतीय नायक बॉलीवुड में उतने सफल नहीं हुए जितने वह दक्षिण भारत में हैं। क्या आपको लगता है आप इस धारणा को तोड़ने में सफल होंगे?
यह सही है, लेकिन इसकी क्या वजह है यह तो मैं नहीं जानता। अब तक दक्षिण भारत के जितने भी कलाकारों ने बॉलीवुड में प्रवेश किया है वे दक्षिण भारत में पूरी तरह स्थापित और लोकप्रिय हो चुके थे। दस-बारह फिल्में या कुछ वर्ष काम करने के बाद वे बॉलीवुड में उतरे। मेरे साथ ऐसा नहीं हैं। मैं युवा हूँ और मैंने अभी-अभी अपने करियर की शुरुआत की है और बॉलीवुड में कदम रखने जा रहा हूँ। इसका एक फायदा यह है कि मुझ पर ज्यादा तनाव नहीं है। शुरुआत है तो कुछ भी हो सकता है, फिल्म सफल भी हो सकती है और असफल भी। उसका ज्यादा असर मुझपर नहीं होगा।