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Written By समय ताम्रकर

वादा पूरा नहीं कर पाए इश्मीत

वादा पूरा नहीं कर पाए इश्मीत -
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नवंबर 2007 में इश्मीत सिंह जब वॉइस ऑफ इंडिया बने थे, तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह उभरता हुआ गायक इतनी जल्दी दुनिया को छोड़कर चला जाएगा। इश्मीत के जाने से 24 नवंबर की रात का वो मुकाबला याद आ गया जो हर्षित और उनके बीच हुआ था। अंतिम मुकाबले में भारत की स्वर सम्राज्ञी एवं कंठकोकिला लता मंगेशकर उपस्थित थीं और लताजी के हाथों इश्मीत को सम्मान मिला था। दोनों प्रतियोगी लता के घर उनका आशीर्वाद लेने गए थे और खुद लता ने कहा था कि दोनों में से किसी एक का चयन कर पाना उनके लिए बेहद मुश्किल है।

इश्मीत का वादा
अपनी मासूमियत, मुस्कान और मधुर आवाज की बदौलत इश्मीत जनता के वोट हासिल करने में सफल रहे और विजेता बने। लता मंगेशकर ने उन्हें ट्रॉफी के साथ आशीर्वाद देते हुए कहा था कि उन्हें पूरा भरोसा है कि इश्मीत बहुत आगे तक जाएँगे। इश्मीत ने भी उनसे वादा करते हुए कहा था कि वे कुछ बनकर दिखाएँगे। अफसोस कि भगवान ने इश्मीत को अपना वादा पूरा करने का अवसर ‍नहीं दिया।

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योजनाबद्ध तरीके से जीते थे इश्मीत
इश्मीत के ‘वाइस ऑफ इंडिया’ के अंतिम मुकाबले में पहुँचने पर लुधियाना के नागरिक बेहद खुश थे। उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से इश्मीत के लिए वोट माँगे थे। इश्मीत के अंकल चरणकमलसिंह ने एक कैम्पेन चलाया था, जिसमें पूरे भारत के पंजाबी और सिख समुदाय से इश्मीत के लिए वोट देने की अपील की गई थी। इश्मीत की आवाज के कई लोग दीवाने थे और इसका फायदा भी इश्मीत को मिला। बीस वर्षीय इस गायक से लोगों को बेहद उम्मीद थी।

सफलता मिलने लगी थी
इश्मीत प्रतिभा के धनी थे। उनकी आवाज मौलिक थी और वे हर तरह का गानकुशलता से गा लेते थे। अक्सर देखने में आया है कि रियलिटी शो जीतने के बाद विजेता को संघर्ष करना पड़ता है। कई विजेता गुमनामी के अँधेरों में खो गए, लेकिन इश्मीत को अवसर मिलने लगे थे। उनकी कई लोगों से बातचीत चल रही थी और हंसमुख इश्मीत कहते थे कि उनके करियर में सुनहरा मोड़ जल्दी ही आने वाला है।

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संगीत जगत दु:खी
इश्मीत के अचानक चले जाने की खबर जिसने भी सुनी, उसे सहसा विश्वास नहीं हुआ। कई नामी संगीतकार और इश्मीत के साथ गाने वाले गायकों ने दु:ख प्रकट किया है। ‘इंडियन आइडल’ के विजेता अभिजीत सावंत ने कहा कि उन्हें तो अभी भी इस दु:खभरी खबर पर यकीन नहीं हो रहा है। गजेन्द्रसिंह को फोन लगाया गया तो उन्होंने कहा कि वे इस समय बात करने की स्थिति में नहीं हैं। उनकी आवाज से उनका दर्द साफ झलक रहा था। दलेर मेहंदी के मुताबिक इश्मीत में जरा-सा भी घमंड नहीं था और उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि इश्मीत हमारे बीच में नहीं है। आशा भोंसले, अलका याज्ञनिक, मीका, हंसराज हंस जैसे संगीत की दुनिया के कदिग्गजों ने इश्मीत के निधन पर शोक प्रकट किया है।