अजय देवगन अब कैमरे के पीछे
अजय देवगन की पहली फिल्म ‘फूल और कांटे’ एक आम मसाला फिल्म थी, जिसमें ढेर सारा एक्शन था। इस फिल्म की कामयाबी के बाद अजय ने कई फिल्मों में इसी तरह के चरित्र निभाएं और वे एक्शन हीरो कहलाने लगे। एक तरह की भूमिका करने की वजह से अजय के अंदर का कलाकार संतुष्ट नहीं था। अजय हालांकि कामयाब नायक थे इसके बावजूद उन्होंने लीक से हटकर फिल्म करने का फैसला किया। महेश भट्ट की फिल्म ‘जख्म’ में अजय को यह सुअवसर मिला। अजय ने बेहतरीन अभिनय किया और उन्हें भरपूर प्रशंसा मिली। इसके बाद अजय ने अपना ट्रेक बदलते हुए रोमांटिक, हास्य और गंभीर किस्म की भूमिकाएँ करना शुरू कर दी। प्रकाश झा, राजकुमार संतोषी, रितुपर्णो घोष, संजय लीला भंसाली, रामगोपाल वर्मा जैसे काबिल निर्देशकों ने अजय के भीतर छुपे हुए कलाकार को दर्शकों के सामने लाया। अजय देवगन ने इनके साथ बेहतरीन फिल्में दी। आज अजय की गिनती बहुत ही काबिल अभिनेताओं में होती है और हर तरह की भूमिका के लिए वे उपयुक्त माने जाते हैं। निर्देशन के मैदान में ज्यादातर नायक अभिनय के मैदान में चुकने के बाद निर्देशक बनते हैं। लेकिन अजय ने अचानक ही निर्देशक बनकर सबको चौंका दिया। अजय ‘यू मी और हम’ निर्देशित करने वाले हैं इसकी भनक किसी को भी नहीं लगी। अजय ने अपने बैनर तले कई फिल्मों का निर्माण किया लेकिन निर्देशक बनने की मंशा कभी भी जाहिर नहीं की। ‘राजू चाचा’ का निर्देशन अजय के चचेरे भाई अनिल देवगन ने किया था, हालांकि इसे अजय द्वारा निर्देशित फिल्म ही समझा गया था। अजय को जानने वालों का कहना है कि उनकी निर्देशन में सदा ही रूचि रही है। अजय को जब अच्छा विषय मिल गया तो उन्होंने फौरन निर्देशक बनकर फिल्म बनाने का निर्णय कर लिया। यह एक रोमांटिक फिल्म है और इसमें नायिका का किरदार अजय की पत्नी काजोल निभा रही है। एक अभिनेता के रूप में प्रशंसा बटोर चुके अजय निर्देशक के रूप में कैसे हैं ये देखना एक रोचक अनुभव होगा।
हल्ला बोल और आने वाली फिल्मेंराजकुमार संतोषी और अजय देवगन की जोड़ी ने हमेशा बेहतर फिल्में दी है। इन दिनों अजय के साथ संतोषी ‘हल्ला बोल’ फिल्म बना रहे हैं। इस फिल्म के बारे में कहा जा रहा है कि इसकी कहानी आमिर खान के नर्मदा विस्थापित लोगों को दिए गए समर्थन पर आधारित है। इसमें एक फिल्म स्टार समाज के कमजोर वर्ग से जुड़ता है और उनकी मदद करने की कोशिश करता है। फिल्म स्टार होने की वजह से उसे तुरंत लोकप्रियता मिलती है और इससे वह कुछ लोगों की आंखों की किरकिरी बन जाता है। राजकुमार संतोषी की निर्देशकीय क्षमता पर अजय को पूरा भरोसा है। भले ही संतोषी की पिछली कुछ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर पिटी हों, लेकिन अजय का मानना है कि इससे संतोषी की प्रतिभा पर शक नहीं किया जा सकता। नि:संदेह ‘हल्ला बोल’ अजय की आने वाली श्रेष्ठ फिल्मों में से एक है।इसके अलावा अजय ‘रामगोपाल वर्मा की शोले’ में वीरू का किरदार निभा रहे हैं। अजय के पास ‘कैश’, ‘मि. फ्रॉड’, ‘रामायण’ और ‘गोलमाल 2’ जैसी फिल्में भी हैं।फिल्म और परिवारअजय की जिंदगी में फिल्म और परिवार के अलावा कोई भी चीज महत्वपूर्ण नहीं है। अजय कभी भी किसी पुरस्कार समारोह, स्टेज शो या शादी-पार्टी में नाचना पसंद नहीं करते हैं। न ही फिल्म के प्रचार के लिए उन्हें ज्यादा घूमना-फिरना पसंद है। फिल्म करने के बाद उन्हें जो भी समय मिलता है उसे वे अपने परिवार के साथ बिताना पसंद है। उनकी बेटी न्यासा के साथ खेलना उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्य है।