शुक्रवार, 29 मार्च 2024
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Written By WD

सुरक्षा में कोताही नहीं

सुरक्षा में कोताही नहीं -
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पुणे में हुए आतंकी हमले के बाद इंदौर पर ऐसे ही किसी हमले की आशंका को देखते हुए भाजपा बुधवार से यहाँ शुरू होने जा रहे अपने तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन की सुरक्षा में किसी तरह की कोर कसर बाकी नहीं रख रही है।

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जब हमारे पूरे देश का नेतृत्व इस समय में इंदौर में जमा हो रहा है जो कि सीमा पार के आतंकियों के निशाने पर है, हम उनकी सुरक्षा के बारे में कोई कोर कसर कैसे छोड़ सकते हैं।

इंदौर पर आतंकी हमले की आशंका को लेकर खुफिया एजेंसियों की खबर के मद्देनजर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कल रात ही मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पुलिस और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों तथा आला नौकरशाहों से सुरक्षा हालात पर विचार-विमर्श किया।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बताया कि अधिवेशन स्थल कुशाभाऊ ठाकरे नगर की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की की गयी है। वहाँ बनाए गए 1300 तंबुओं में से 25 वीवीआईपी तंबू वरिष्ठ नेताओं के लिए हैं। इन वीवीआईपी तंबुओं के आगे पुलिसकर्मी तैनात हैं। हालाँकि कुशाभाऊ ठाकरे नगर में प्रवेश करने वाले किसी भी व्यक्ति को तंबुओं में आने जाने से नहीं रोका जा रहा है।

इन विशिष्ट तंबुओं में लालकृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी, मुरली मनोहर जोशी, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह और भाजपा शासित छहों राज्यों के मुख्यमंत्री सहित वरिष्ठ नेता ठहरेंगे।

इन तंबुओं के अगल बगल दो छोटे तंबू बनाए गए हैं, जिनमें उनके सहयोगी रहेंगे। इन वीवीआईपी तंबुओं में इंटरनेट, टीवी, एसी, श्रृंगारदान, अलमारियाँ, डबल बेड लगाए गए हैं और सभी चीजें एकदम नई हैं। हर वीवीआईपी तंबू में टाइल्स लगे बाथरूम भी बने हैं।

सौर ऊर्जा से उनमें रोशनी का इंतजाम किया गया है। इन शिविरों के आगे हरियाली के नाम पर केले के पेड़ लगाए गए हैं। साथ ही चबूतरे बनाकर तुलसी के पौधे लगाए गए हैं।

शिविरों पर राम, लक्ष्मण, कृष्ण, अर्जुन और अन्य देवी देवताओं के बडे़-बडे़ चित्र लगे हैं। भाजपा अध्यक्ष गडकरी वरिष्ठ नेताओं में इंदौर पहुँचने वाले सबसे पहले नेता हैं। वैसे तंबुओं के इस शहर की सुरक्षा के लिए भाजपा ने अपनी ओर से दो दर्जन निगरानी टावर के साथ ही हर मोड़ पर सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं।

झोपड़ी में भोजन : भोजन के लिए करीब 16 झोपड़ियाँ बनाई गई हैं। यहाँ खाट पर पटिया रखकर भोजन की व्यवस्था रहेगी। बुजुर्ग नेताओं के लिए कुछ कुर्सियाँ भी रखी जाएँगी। पूरे परिसर को गोबर से लीपा गया है। एक तालाब की परिकल्पना भी की गई है। सजावट के लिए टाट, बल्लियाँ, चटाइयाँ, टोकनियाँ, सूपड़े आदि का सहारा भी लिया गया है।

सूपड़ों पर लिखेंगे नाम : वीवीआईपी नेताओं के तंबुओं पर नाम पट्टिका भी लगाई जाएगी। इसके लिए गेहूँ साफ करने के सूपड़े की व्यवस्था की गई है। इस पर वरिष्ठ नेताओं के नाम लिखे रहेंगे। इससे यह दर्शाने की कोशिश होगी कि अब सूपड़े का महत्व कम हो गया है और इसे बनाने वाले कारीगर भी बेरोजगार हो गए हैं।

आठ-आठ घंटों की तीन शिफ्ट में सुरक्षा : ओमेक्स सिटी के अंदर की सुरक्षा कार्यकर्ताओं के जिम्मे है। इसके लिए 8 सेक्टर बनाए गए हैं। हर सेक्टर में 10-10 कार्यकर्ता धोती-कुर्ता व पगड़ी में तैनात रहेंगे। उनके हाथ में दंड भी होगा। 8-8 घंटे की तीन शिफ्टों में कार्यकर्ताओं की तैनाती की गई है।

इस अधिवेशन के बहाने यह याद दिलाने की कोशिश की जाएगी कि विकास में ग्रामीण परिवेश पीछे छूट गया है। भाजपा शाइनिंग इंडिया का नारा देकर हाईटेक हो गई थी और गाँव, गाय व गोबर को भूल गए थे। (भाषा/वेबदुनिया)