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Written By BBC Hindi
Last Modified: बुधवार, 21 अगस्त 2013 (15:34 IST)

दिलीप कुमार से दो बातों में पीछे थे अमिताभ: कादर खान

दिलीप कुमार से दो बातों में पीछे थे अमिताभ: कादर खान -
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मशहूर फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन लंबे अरसे से हिन्दी फिल्मों में काम कर रहे हैं और अपने फिल्मी सफर में उन्होंने हर तरह का किरदार निभाया है। उन्हें सदी का महानायक भी कहा जाता है। लेकिन क्या आप ये सोच सकते हैं कि ये महानायक किसी और अभिनेता से कभी पीछे रहा हो।

अगर मशहूर संवाद लेखक और चरित्र अभिनेता कादर खानन की मानें तो अमिताभ बच्चन गुजरे जमाने के हरदिल अजीज कलाकार दिलीप कुमार से कुछ बातों में पीछे थे।

कादर खान ने अमिताभ बच्चन के साथ कई फिल्मों में काम किया है। हाल ही में मुंबई में मीडिया से रूबरू हुए कादर खान कहते हैं कि ऐसी दो बाते हैं जिनमें अमिताभ बच्चन दिलीप कुमार से पीछे थे।

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रोना और हंसना : कादर खान के मुताबिक रोने और हंसने के मामले में दिलीप कुमार अमिताभ से आगे हैं।

वो कहते हैं, 'मैं मानता हूं कि अमिताभ सभी लोगों से दो कदम आगे रहे हैं लेकिन दो बातों में वो दिलीप कुमार से पीछे हैं। मैंने उनसे कहा कि अगर वो एक बेहतरीन कलाकार बनना चाहते हैं तो उन्हें दिलीप कुमार की तरह रोना और हंसना सीखना होगा।'

अपनी बात को पूरा करते हुए कादर खान कहते हैं, 'मर्द का रोना और मर्द का मुस्कुराना दो लाजवाब चीजें हैं। अगर ये दोनों चीजें ढंग से न हों तो न तो मर्द रोता हुआ अच्छा लगता है और न ही हंसता हुआ। दिलीप कुमार ने अभिनय के इन दोनों पहलुओं पर ऐसी महारत हासिल की कि लोग उनके दीवाने हो गए।'

कादर खान कहते हैं कि दिलीप कुमार के इसी स्टाइल को देखते-देखते अमिताभ बच्चन ने भी इन दोनों बातों पर अपनी पकड़ बनाई।

वो कहते हैं, 'अमिताभ के पास अच्छी आवाज थी, देखने में भी वो बहुत अच्छे थे। लंबा कद था। अच्छा नाच लेते थे और अच्छी फाइट भी कर लेते थे, लेकिन उन्हें रोने और मुस्कुराने में दिक्कत होती थी। रोने और हंसने के मैदान में अमिताभ ने दिलीप साहब से बहुत कुछ सीखा। हमने अमिताभ को बाध्य किया कि वो दिलीप कुमार से सीखें।'

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समय के पाबंद अमिताभ : अमिताभ बच्चन ने सिर्फ रोने और हंसने में ही महारत हासिल नहीं कि बल्कि समय के पाबंद होने के कारण वो फिल्म इंडस्ट्री में एक लंबे समय तक चोटी पर बने रहे।

अमिताभ बच्चन की इस आदत की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाए कादर खान। वो कहते हैं, 'अगर फिल्म इंडस्ट्री में आपको अपना नाम कमाना है तो आपको वक्त की कद्र करनी होगी। अमिताभ बच्चन से लोगों को सीखना चाहिए। अमिताभ हमेशा फिल्म सेट पर समय से पहुंच जाते थे। जीतेंद्र भी अमिताभ की ही तरह समय के पाबंद रहे हैं।'

कादर खान ने समय के पाबंद अमिताभ बच्चन और जीतेंद्र के साथ तो काम किया ही साथ ही देर से आने के लिए मशहूर गोविन्दा के साथ भी उन्होंने कई फिल्में की हैं।

गोविन्दा के बारे में कादर खानन कहते हैं, 'एक बार गोविन्दा ने अपनी कलाई पर बंधी घड़ी मुझे दिखाते हुए कहा कि कादर साहब देखिए ये घड़ी 40 लाख की है। मैंने गोविन्दा से बस ये ही कहा कि अगर तुम समय का सही उपयोग न कर पाओ तो इस 40 लाख की घड़ी का क्या फायदा।'

कादर खान एक लम्बे अरसे से फिल्मी परदे से दूर हैं लेकिन वो एक बार फिर से सिल्वर स्क्रीन का रुख करना चाहते हैं।

आजकल कॉमेडी के नाम पर बन रही फिल्मों से वो बड़े निराश हैं। कादर खान कहते हैं, 'जहां मैंने फिल्में करनी छोड़ी थी लगता है उस स्तर से कोई ऊपर ही नहीं उठ पाया है। लगता है मुझे इंडस्ट्री में चार पांच साल और काम करना होगा ताकि हमारी कॉमेडी फिल्मों को कुछ भला हो पाए।'