गुरुवार, 18 अप्रैल 2024
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Written By ND

सूर्य-मंगल के मध्य बुध-शुक्र

बदली है ग्रहों की स्थिति

सूर्य-मंगल के मध्य बुध-शुक्र -
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देश में मानसून सक्रिय है। निमाड़ में अधिकांश स्थानों पर अच्छी बारिश हो रही है, लेकिन मालवा के उज्जैन और रतलाम में बारिश तीन अंकों को पार नहीं कर पाई है। इसके पीछे 'मंगल' प्रमुख कारण है। किंतु मंगल का प्रभाव भी अब कम हो रहा है। अब मध्यम बारिश के योग बन रहे हैं।

ज्योतिर्विद पंडित गोचर शर्मा ने बताया कि सूर्य ने 6 जुलाई को प्रातः 9 बजकर 33 मिनट पर 'पुनर्वसु' नक्षत्र में प्रवेश किया है। उस समय वाहन मेष था। अधिकांश ग्रह नीरा, अमृता और सौम्या नाड़ी में चल रहे हैं। देश के अधिकांश भागों में मानसून सक्रिय है।

प्रदेश के मालवा क्षेत्र में बारिश ने खेंच कर दी है। हर दिन बादल छा रहे हैं, लेकिन झमाझम की बजाए केवल बूँदाबाँदी ही हो पा रही है। कई दिनों से रतलाम में ओस की मानिंद बारिश हो रही है। रतलाम में स्थिति ऐसी हो रही है कि एक मोहल्ले में बारिश हो रही है और दूसरा मोहल्ला सूखा है। रतलाम और उज्जैन में बारिश ने तीन अंक (मिमी के) का आँकड़ा नहीं छुआ है। इसका प्रमुख कारण 'मंगल' है।

इस लाल ग्रह की उत्पत्ति शास्त्रों में मालव केंद्र अवन्तिका (उज्जैन) में मानी गई है। भगवान मंगलनाथ का प्रसिद्ध मंदिर भी उज्जैन में ही है। इस कारण उज्जैन और आसपास कम बारिश हो रही है। प्रकृति के सूक्ष्म निरीक्षक महाकवि 'घाघ' की एक अनुभव सिद्ध युक्ति है- 'मंगल आगे-पीछे भान, वर्षा होवे ओस समान' सूर्य से आगे मंगल के भ्रमण से यह वर्षा में खेंच की स्थिति
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निर्मित हुई है।


अब मंगल का प्रकोप कम हो रहा है और स्थिति सुधर रही है। अब सूर्य एवं मंगल के मध्य में 'शुक्र' व 'बुध' ने प्रवेश कर लिया है। अतः अब वर्षा के योग निर्मित हैं। कुछ दिनों तक मध्यम के योग संभावित है।