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Written By Author पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे

नवंबर 2010 : ज्योतिष की नजर से

मिला-जुला रहेगा नवंबर माह

November 2010 | नवंबर 2010 : ज्योतिष की नजर से
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नवंबर माह के प्रारंभ में बुध वृश्चिक राशि में रहेगा। जिसके फलस्वरूप घी एवं तेल महँगे होंगे। परंतु धान्य में राहत मिलेगी, जिससे प्रजा को सुख प्राप्त होगा।

इस समय मंगल अपना नक्षत्र बदलकर अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। अत: सुख आता है। पशु-पक्षी को पीड़ा के योग बनते है। 11 नवंबर को मंगल अनुराधा नक्षत्र से परिभ्रमण करता हुआ ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इस वजह से रोग फैलने का खतरा बनेगा। मौसम परिवर्तन के लक्षण होने लगेंगे।

सूर्य 16 नवंबर को अपनी राशि बदलेगा एवं वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा, जिस वजह से उत्तर तथा पश्चिम के क्षेत्रों के देशों में पीड़ा होने की संभावना बनती है। पूर्व के देशों में युद्ध के योग, अशांति का भय बना रहेगा। इसी के साथ दक्षिण के देशों में शुभ फल प्राप्त होगा। इस माह सफेद रंग की वस्तुओं के भावों में तेजी आएगी। व्यापारियों को तीन माह में दोगुना भाव मिलेगा। इस माह किसी राज्य सरकार की सरकार भंग होने के योग बनते हैं। आम जनता में एक भय-सा बना रहेगा एवं अशांति का वातावरण रहेगा।

25 नवंबर को बुध अपन‍ी राशि बदलकर धनु में प्रवेश करेगा। जिसके परिणाम में शासक (सरकार) आपस में लड़ेंगे। मृग एवं हाथियों पर मुसीबत आएगी। माह के अंत में मंगल धनु राशि में प्रवेश करेगा ‍जिससे व्यापारियों को लाभ मिलेगा। कपास व्यापारी अच्छे लाभान्वित होंगे। मूल द्रव्य, तृण, लकड़ी, घी एवं कपास ये सभी वस्तुएँ महँगी होगी। पशु व्यापारी प्रसन्न रहेंगे। पशु भी महँगे होंगे।

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नवंबर माह अनाज व्यापारियों, चमड़ा एवं स्वर्ण आभूषण, पशु आदि व्यापारियों के लिए शुभप्रद रहेगा। इस दौरान राजनीत‍ि में उलटफेर होंगे। सत्ता संतुलन डगमगाएगा।

इस माह तेज वायु के साथ बूँदाबाँदी होगी। सूर्य बुध-शुक्र की स्थिति को देखते हुए कुछ स्थानों पर हल्की तेज वर्षा होगी एवं कुछ स्थानों पर वर्षा का अवरोध होगा।

कुंडली पर ग्रहों की स्थिति एवं वायु मंडल पर नजर डाले तो दक्षिण भार‍त में तेज हवा, तूफान की संभावना बढ़ जाती है। पहाड़ी क्षेत्र में भी छीटें पड़ने की उम्म‍ीद है। राजस्थान, दिल्ली, हिमाचलप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, कश्मीर, आसाम, मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश में शीत का प्रभाव बढ़ेगा।

इति शुभम्।