कराची। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में चल रहे विश्व कप क्रिकेट में पाकिस्तान टीम की जो बुरी गत हो रही है, वह सबके सामने मैदान पर दिखाई दे रही है लेकिन मैदान के बाहर जो कुछ हो रहा है, उसने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का सिरदर्द और बढ़ा दिया है। पीसीबी टीम के मुख्य चयनकर्ता मोइन खान की कैसीनों जाने की हरकत से नाराज है और इस पूरे मामले की जांच भी करवा रहा है।
मोइन खान ने विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले मैच को गंभीरता से नहीं लिया और वे कैसीनो पहुंच गए। उनकी यही हरकत उन पर भारी पड़ गई है और कई तरह के सवाल-जवाब शुरू हो गए हैं।
पाकिस्तान टीम के हालिया प्रदर्शन से पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान पहले ही परेशान चल रहे हैं। मोइन के कैसियो जाने की खबर को उन्होंने गंभीरता से लिया है।
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर मोइन पर कार्रवाई का करने से पीछे नहीं हटेंगे। शहरयार ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की जांच निष्पक्ष होगी।
विश्व कप में भारत ने अपने ही पहले मैच में पाकिस्तान को रौंद डाला था। इसके बाद दूसरे मैच में वेस्टइंडीज ने उसे 150 रनों से धो डाला। वेस्टइंडीज के हाथों इस शर्मनाक हार का ठीकरा मोइन के सिर फूट पड़ा है। एक तरह से पाकिस्तान लगातार दो हार से पहले ही उबल रहा था, मोइन की घटना ने आग में घी का काम किया है।
शहरयार ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने इन खबरों की जांच शुरू कर दी है कि मोइन खान कैसीनो गए थे। अगर ये खबरें सही साबित होती हैं तो कार्रवाई की जाएगी।’
उन्होंने कहा, ‘शुरुआत में आई खबरों के अनुसार मोइन खान वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच से दो दिन पहले खाना खाने के लिए वहां गए थे, जहां पाकिस्तानी जोड़े ने उनकी तस्वीर खींची और वीडियो बना लिया।’
पीसीबी अध्यक्ष ने कहा, ‘लेकिन हम किसी को बलि का बकरा नहीं बनाएंगे और कोई भी कार्रवाई करने से पहले इस घटना की जांच करेंगे।’
खराब प्रदर्शन के खिलाफ याचिका : लाहौर उच्च न्यायालय ने मौजूदा विश्व कप में ‘खराब प्रदर्शन’ को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ याचिका स्वीकार कर ली। पाकिस्तान को अपने पहले दो मैच में भारत और वेस्टइंडीज के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है।
याचिका में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख शहरयार खान और पीसीबी की कार्यकारी समिति के अध्यक्ष नजम सेठी को भी मेरिट पर टीम का चयन नहीं करने के आरोप में पद से हटाने की मांग की गई है। न्यायमूर्ति इजाजुल हसन मंगलवार को इस मामले की सुनवाई करेंगे।
लाहौर उच्च न्यायालय में याचिका दायर कराने वाले वकील रिजवान गुल ने अपनी याचिका में मौजूदा आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2015 में टीम के खराब प्रदर्शन की विस्तृत जांच कराने की मांग की है।
उन्होंने साथ ही कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बावजूद पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) सरकार ने सेठी को पीसीबी की कार्यकारी समिति का अध्यक्ष बना दिया है।
गुल ने कहा, ‘सेठी पीसीबी में सारा काम चला रहे हैं। टीम में अधिकांश खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर नहीं चुना गया है।’(वेबदुनिया/भाषा)