शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. नायिका
  3. आलेख
  4. सावधान बच्चियों.....बचकर रहें 'डेट रेप' से
Written By WD

सावधान बच्चियों.....बचकर रहें 'डेट रेप' से

सावधान बच्चियों.....बचकर रहें  'डेट रेप' से - सावधान बच्चियों.....बचकर रहें  'डेट रेप' से
- होशंग घ्यारा 

डेट रेप का फिनोमेनन 
 
'डेट रेप' का वीभत्स साया भारतीय महानगरों एवं नगरों तक आ पहुँचा है। किसी मित्र, प्रेमी, परिचित के साथ बाहर जाने पर भयभीत कर, ब्लैकमेल कर अथवा नशीले पदार्थ द्वारा असहाय करके महिला के ऊपर की गई यौन हिंसा डेट रेप की श्रेणी में आती है। 


 
यूँ महिलाएँ सदियों से पुरुषों के वहशीपन की शिकार होती आई हैं लेकिन डेट रेप का फिनोमेनन नया है। भारतीय समाज, खास तौर पर शहरी समाज में अनेक स्तरों पर परिवर्तन आ रहे हैं। इस संक्रमणकाल ने डेट रेप के लिए उर्वर जमीन तैयार कर रखी है।
 
रूपाली जब अपनी 'सहेली' के यहाँ रात भर 'पढ़ाई' करके सुबह घर लौटी, तो सामान्य से कोसों दूर लग रही थी। उसकी मानसिक स्थिति कुछ भ्रमित-सी प्रतीत हो रही थी। आम तौर पर बातूनी रहने वाली वह सहमी-सहमी लग रही थी। घर वालों ने अनुमान लगाया कि रात भर पढ़ने के चलते नींद की कमी व थकान के कारण शायद उसकी यह स्थिति है।
 
लेकिन रूपाली की माँ को किसी अनहोनी की आशंका सता रही थी। उनके बार-बार पूछने पर भी रूपाली पहले तो यही कहती रही कि कुछ नहीं, बस पढ़ाई का टेंशन है लेकिन अंततः वह माँ से सच को छुपा नहीं सकी। उसने जो बताया, उस पर पहले तो माँ को विश्वास नहीं हुआ। फिर उन्हें ऐसा लगा मानो उनके चारों ओर सब कुछ भरभराकर ढह रहा हो और उनके पैरों तले से जमीन पिघलकर उन्हें किसी अथाह, अंधेरी खाई में धकेल रही हो। 
 
रूपाली रात को सहेली के पास गई तो थी मगर वे दोनों अकेली नहीं थीं और न ही उनका इरादा पढ़ाई का था। दरअसल उनकी पूरी मित्र मंडली, जिसमें लड़के-लड़कियाँ दोनों शामिल थे, एक मित्र के जन्मदिन की पार्टी मनाने के लिए शहर के बाहर एक अन्य मित्र के फार्महाउस पर गए थे। रूपाली को कोई खतरा महसूस नहीं हुआ था क्योंकि सब उसके कॉलेज के साथी, मित्र ही थे और वे लोग पहले भी होटलों, पिकनिक स्थलों आदि पर पार्टियाँ मना चुके थे।
 
और फिर मंडली में हिमांशु भी तो था, जिसके साथ अपनी शेष जिंदगी बिताने के सपने रूपाली देख रही थी। अच्छे घर का सुशील युवक हिमांशु। फार्म हाउस पहुँचने पर रूपाली ने पाया कि पार्टी के लिए खाने के अलावा 'पीने' का भी इंतजाम किया गया था। उसने और एक-दो अन्य लड़कियों ने इस पर असहजता दर्शायी, तो शेष साथियों ने उन्हें 'ब्रॉड माइंडेड' होने की नसीहत दे डाली। साथ ही यह भी बताया कि उनके लिए सॉफ्ट ड्रिंक्स तथा ज्यूस की भी व्यवस्था है।
 
शीघ्र ही पार्टी पूरे शबाब पर थी। हास-परिहास, म्यूजिक-डांस के साथ अपनी पसंद के अनुसार अल्कोहॉलिक या नॉन-अल्कोहॉलिक ड्रिंक्स तथा स्नैक्स का दौर चल रहा था कि अचानक रूपाली को सिर कुछ भारी-भारी-सा लगने लगा। हाथ-पैर कमजोर पड़ चले। उसने तो बस, ज्यूस पीया था..! हिमांशु ने उससे पूछा, 'तुम्हारी तबीयत तो ठीक है?' तो उसने कहा, 'नहीं।' इसके बाद क्या हुआ, रूपाली को ठीक-ठीक याद नहीं।

किसी मित्र, प्रेमी, परिचित के साथ बाहर जाने पर भयभीत कर, ब्लैकमेल कर अथवा नशीले पदार्थ द्वारा असहाय करके महिला के ऊपर की गई यौन हिंसा डेट रेप की श्रेणी में आती है।