गोंडा। महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव में जीत से गदगद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उत्तरप्रदेश में एक-दूसरे की धुर विरोधी समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उस समय ही बेनकाब हो गई थी, जब दोनों ने मिलकर केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले का पुरजोर विरोध किया था।
मोदी ने यहां एक चुनावी जनसभा में कहा कि देश में हर दिन नया झूठ बोलने में माहिर लोगों की कमी नहीं है। भ्रष्टाचार और कालेधन पर नकेल कसने के लिए मैंने नोटबंदी का फैसला किया तो कुछ लोग इस फैसले से खुद के खजाने पर पड़ने वाले असर से खौफजदा हो गए।
बसपा प्रमुख मायावती और सपा के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि करना है तो करो, पर 7-8 दिन का समय तो दो। सपा-बसपा वाले हमेशा एक-दूसरे के विपरीत बोलते हैं लेकिन 15 साल में एक अपवाद आया तो दोनों एक ही बात बोलने लगे कि मोदी बेकार हैं।
महाराष्ट्र चुनाव का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि हिन्दुस्तान में भले ही कोई पढ़ा-लिखा न हो लेकिन शिवजी की तरह उनमें तीसरा नेत्र होता है जिससे वे परख लेते हैं कि सही-गलत क्या है? ये परख मेरे देश के गरीब से गरीब व्यक्ति के पास भी होती है। महाराष्ट्र में कांग्रेस कहीं नजर नहीं आ रही है। चाहे ओडिशा हो, महाराष्ट्र हो, चंडीगढ़ हो पिछले 3 महीने में जहां-जहां चुनाव हुए, वहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ताकत हो या न हो, जनता ने तीसरे नेत्र की ताकत से भरपूर आशीर्वाद दिया और विजई बनाया।
मोदी ने कहा कि जनता के समर्थन से उन पर सत्ता का नशा नहीं चढ़ता बल्कि जनता के लिए जी-जान से काम करने की प्रेरणा मिलती है तथा पिछले 70 साल में जो लोगों से लूटा गया है, वे वह वापस करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गोंडा में तो चोरी का व्यापार चलता है। यहां चोरी करने की नीलामी होती है। टेंडर निकलता है कि हमारे यहां अगर परीक्षा का केंद्र लगा दोगे तो बाबू का पैसा मिल जाएगा। जिसको केंद्र मिलता है वो हर विद्यार्थी के मां-बाप को बोलता है, अगर गणित का पेपर है तो इतना, विज्ञान का पेपर है तो इतना।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि आपका कुनबा तो इतना आगे निकल चुका है कि आप ऑस्ट्रेलिया जाकर पढ़ आए। आपके बच्चे बड़े स्कूलों में पढ़ रहे हैं, मगर गोंडा समेत राज्य के अन्य इलाकों में गरीब बच्चों का क्या होगा? इस तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सूबे में गन्ना किसानों को बकाया मूल्य नहीं मिलता बल्कि तौल में भी चोरी होती है। किसानों को तो वहीं मार दिया जाता है। अब इस धोखेबाजी को रोकने के लिए तोड़ निकालने की जरूरत है। चीनी मिल वाले नेताओं के साथ गठबंधन करके पाप करते हैं, ए अन्याय मिटना चाहिए। सपा हो या बसपा- सबने यही कारोबार चलाया है।
मोदी ने कहा कि गन्ने की खेती ऐसी है जिसमें सुरक्षा का तत्व ज्यादा होता है। प्राकृतिक आपदा से यह फसल कम प्रभावित होती है इसीलिए गन्ने का किसान बीमा कम लेता है, लेकिन प्रभावित होने वाली फसलों के लिए हम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लेकर आए हैं। ये योजना प्राकृतिक और अप्राकृतिक दोनों आपदाओं से फसल की रक्षा करती है। भाजपा शासित राज्यों में 50 फीसदी किसानों का बीमा करवा दिया गया लेकिन यहां की सरकार को किसानों से क्या दुश्मनी है, जो यहां सिर्फ 14 फीसदी किसानों के लिए ये बीमा लिया गया?
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे उत्तरप्रदेश ने सांसद बनाया है, इस नाते मैं कर्ज उतारना चाहता हूं। चुनाव परिणाम आने के बाद हम केसरिया रंग की होली मनाएंगे और सांसद होने के नाते पहली मीटिंग में किसानों का कर्ज माफ कर दूंगा। अटलजी ने कहा था- 'जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान', उनके विचार को हम आगे बढ़ा रहे हैं।
मोदी ने कहा कि फौज के जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक किया, दुश्मनों के घर जाकर उन्हें मारा लेकिन राजनीति करने वालों को ये पराक्रम समझ नहीं आया। वे मुझसे इसका सबूत मांगने लगे। पाकिस्तान ऐसा सवाल नहीं उठा पाया लेकिन हमारे देश के नेता ऐसे सवाल उठाने लगे, ये शर्म की बात है। (वार्ता)