डॉ. राधाकृष्णन के 10 अनमोल विचार
प्रस्तुति : ऋषि गौतम
डॉ. राधाकृष्णन समूचे विश्व को एक विद्यालय मानते थे। उनका मानना था कि शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है। इसलिए विश्व को एक ही इकाई मानकर शिक्षा का प्रबंधन करना चाहिए। बहुमुखी प्रतिभा के धनी,विद्वान,शिक्षक,वक्ता,प्रशासक,राजनायिक,देशभक्त और शिक्षाशास्त्री डॉ. राधाकृष्णन जीवन में अनेक उच्च पदों पर रहते हुए भी शिक्षा के क्षेत्र में अपना अमूल्य योगदान देते रहे। उनका कहना था कि यदि शिक्षा सही प्रकार से दी जाए तो समाज से अनेक बुराइयों को मिटाया जा सकता है। शिक्षक दिवस के मौके पर आइए जानते हैं शिक्षा,शिक्षक और ज्ञान के बारे में उनके अनमोल विचार।
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शिक्षक वह नहीं जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसे,बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करें।