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विश्वनाथन आनंद : प्रोफाइल

विश्वनाथन आनंद : प्रोफाइल - viswanathan anand  profile indian chess player
विश्वनाथन आनंद 'विशाय' (जन्म 11 दिसंबर 1969) एक भारतीय शतरंज खिलाड़ी और पूर्व वर्ल्ड चेस चैंपियन हैं। 1988 में आनंद भारत के पहले ग्रांड मास्टर बने। उन्होंने 2000 से 2002 के बीच एफआईडीई वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप कराई। 2007 में वह विश्व चैंपियन बने और 2008 में भी अपना टाइटल रूस के व्लादिमिर क्रेमनिक को हराकर बरकरार रखा। 
 
आनंद को पसंद करने वालों में उनके प्रतिद्वंदी गैरी कास्परोव और व्लादिमिर क्रामनिक भी शामिल हैं जिन्होंने उन्हें 2010 की वर्ल्ड चेस चैंम्पियनशीप की तैयारी में मदद की। आनंद को टाइगर ऑफ मद्रास भी कहा जाता है। आनंद अकेले ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें 7 नवंबर 2010 में तत्कालिन पीएम मनमोहन सिंह द्वारा यूएसए के प्रेसिडेंट बराक ओबामा के लिए दिए गए भोज में शामिल किया गया था। 
 
आनंद को युनिवर्सिटी हैदराबाद ने ऑनरी डॉक्टरेट देने से इंकार कर दिया क्योंकि उनकी नागरिकता को लेकर भ्रम बना हुआ था। बाद में तत्कालिन मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने इसके लिए माफी मांगी और कहा कि इस बात पर कोई मुद्दा नहीं है। आनंद अपने हिसाब से डिग्री लेने के लिए तैयार हो गए है। द हिंदु के अनुसार आनंद डिग्री लेने के मान गए थे। 
 
करियर 
 
2010 में भी उन्होंने अपने विश्व चैंपियन खिताब को वेसेलिन टोपालोव को हराकर जीता। 2012 में भी आनंद वर्ल्ड चैंपियन बने। उन्होंने बोरिस गेलफैंड को हराया था। 2013 में वह मैग्नस कार्लसन से हार गए और 2014 में भी वह कार्लसन के खिलाफ जीत हासिल नहीं कर सके। 
 
2006 में आनंद शतरंज के इतिहास के ऐसे चौथे खिलाड़ी बने जिसने एफआईडीई  की रेटिंग लिस्ट में 2800 एलो मार्क्स हासिल किए थे। उनके अलावा गैरी कास्परोव, व्लादिमिर क्रेमनिक और वेसेलिन टोपालोव यह कर पाए हैं। आनंद पूरे 21 महिनों तक नंबर वन बने रहे तो छठवां सबसे लंबा रिकॉर्ड है। 
 
अवार्ड 
 
वह पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिसे राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिया गया। उन्होंने यह अवार्ड 1991-92 में दिया गया। यह भारत का सबसे बड़ा खेल अवार्ड है। 2007 उन्हें भारत का दूसरा सबसे बडा नागरिक सम्मान दिया गया। पद्मश्री मिलने के बाद आनंद पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिसे यह अवार्ड मिला था। 
 
बचपन
 
विश्वनाथन आनंद का जन्म 11 दिसंबर 1969 को तमिलनाडु के मयिलादुथुरई में हुआ। थोड़े समय के बाद ही, उनका परिवार मद्रास (वर्तमान चेन्नई) जाकर बस गया। उनके पिता कृष्णामूर्थि विश्वनाथन, दक्षिण रेलवे के रिटार्यड जनरल मैनेजर, की पढ़ाई जमालपुर (बिहार) में हुई। उनकी माता सुशीला हाउसवाइफ थी। उनकी शतरंज, फिल्मों, क्लबों में रूचि थी। वे सोशल वर्क्स में भी रूचि रखती थीं। 
 
आनंद तीन बच्चों में सबसे छोटे हैं। वह अपनी बहन से 11 साल और भाई से 13 साल छोटे हैं। उनके बडे भाई शिवकुमार क्रोम्पटन ग्रीव्स में मैनेजर हैं और उनकी बहन अनुराधा यूएस की युनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन में प्रोफेसर हैं। 
 
आनंद ने छह साल की उम्र से अपनी मां से शतरंज खेलना सीखा। साथ ही परिवार के निकट पहचानवाली दीपा रामाकृषणन ने भी आनंद को शतरंज खेलना सिखाया। आनंद की पढ़ाई चैन्नई के डॉन बॉस्को मैट्रीकुलेशन हायर सेकंडरी स्कूल से हुई है। उनकी स्नातक की डिग्री लोयोला कॉलेज चैन्नई की है।
 
 
शौक  
 
विश्वनाथन आनंद को पढ़ने, तैरने और संगीत का शौक है। आनंद को ऐसे खिलाड़ी के तौर पर जाना जाता है जिसे राजनीति में रूचि नहीं है। उनका पूरा ध्यान अपने खेल पर ही रहता है। उनके इसी व्यक्तित्व के चलते वह उन्हें शतरंज की दुनिया में बहुत अधिक पसंद किया जाता है। 
 
परिवार 
 
आनंद की शादी अरूणा आनंद के साथ हुई है और उनका एक बेटा है जिसका जन्म 9 अप्रेल 2011 को हुआ था। 
 
 
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