गुरुवार, 18 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. प्रोफाइल
  3. खिलाड़ी प्रोफाइल
  4. sunil Gavaskar profile indian cricketer
Written By

सुनील गावस्कर : प्रोफाइल

सुनील गावस्कर : प्रोफाइल - sunil Gavaskar profile indian cricketer
सुनील मनोहर गावस्कर एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं, जो पहले बॉम्बे क्रिकेट टीम का हिस्सा बने और बाद में भारतीय राष्ट्रीय टीम में शामिल हुए। सुनील गावास्कर क्रिकेट इतिहास के सबसे महान खिलाड़ियों में शामिल किए जाते हैं। उनके नाम काफी समय तक सबसे अधिक टेस्ट रनों और टेस्ट शतकों का रिकॉर्ड रहा जिसे करीब 2 दशक बाद भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने तोड़ा। 

क्रिकेट रिकॉर्ड
 
सुनील गावस्कर ऐसे पहले क्रिकेटर थे जिन्होंने 3 बार किसी टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जमाया हो हालांकि इनमें से एक भी मैच में भारत को जीत हासिल नहीं हुई। सुनील गावस्कर ऐसे पहले बल्लेबाज हैं जिसने टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाए। 10,000 रन बनाने वाले क्रिकेटरों की लिस्ट में सुनील गावस्कर 11वें नंबर पर आते हैं। गावस्कर को हमेशा बेहतरीन ओपनर समझा गया खासतौर पर उनकी तेज गेंदबाजों के विरुद्ध तकनीक कमाल की थी। उनका वेस्टइंडीज के खिलाफ 65.45 का औसत है जिसकी तेज गेंदबाजी उस दौर में जबरदस्त थी।
 
असफल कप्तानी
 
गावस्कर जितने अच्छे खिलाड़ी रहे उतने सफल कप्तान साबित नहीं हुए। उस दौर में कप्तानी उनके और कपिल देव के बीच बदलती रही। गावस्कर की कप्तानी में भारतीय बॉलिंग अटैक कमजोर और पुराने किस्म का रहा जिसकी वजह से अधिकतर मैच ड्रॉ हो गए। 
 
करियर की शुरुआत 
 
गावस्कर का जन्म मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) में 10 जुलाई 1959 को हुआ था। 1966 में वे भारत के सबसे अच्छे 'स्कूलबॉय क्रिकेटर ऑफ द ईयर' बने। मुंबई के प्रसिद्ध सेंट जेवियर्स कॉलेज के छात्र रह चुके सुनील गावस्कर ने 1968-69 में कर्नाटक के विरुद्ध मैच खेला, परंतु उनके बेहद खराब प्रदर्शन के कारण उनके सिलेक्शन पर ही सवाल उठ गए। सिलेक्शन टीम में उनके अंकल माधव मंत्री शामिल थे और सुनील गावस्कर का सिलेक्शन इसी का नतीजा माना गया। 
 
सर डॉन ब्रेडमैन के रिकॉर्ड की बराबरी
 
1983-84 में गावस्कर का बैट वेस्टइंडीज के मैल्कम मार्शल द्वारा एक जान-बूझकर फेंकी गई गेंद में टूट गया। दूसरे टेस्ट में गावस्कर ने जवाबी हमला करते हुए मार्शल की गेंदों पर लगातार चौके और छक्के जड़े। उन्होंने सिर्फ 37 बॉल पर अपना अर्द्धशतक पूरा किया। इसके बाद उन्होंने अपना शतक पूरा किया। गावस्कर ने 121 रन बनाए, जो उनका 29वां टेस्ट शतक था, जो 94 बॉल पर उनके 95वें टेस्ट मैच में था। इस रिकॉर्ड के साथ गावस्कर ने महान खिलाड़ी सर डॉन ब्रेडमैन के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी। इस पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें सम्मानित किया। अपने करियर के 99वें टेस्ट मैच में शतक जमाकर गावस्कर ने सर डॉन ब्रेडमैन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। 
 
आलोचना 
 
1984-85 में इंग्लैंड के विरुद्ध ईडन गार्डन्स (कोलकाता) में खेलते हुए गावस्कर को जनता का गुस्सा झेलना पड़ा। उनके अत्यधिक धीमे प्रदर्शन के कारण जनता ने गुस्से में गावस्कर के आउट होने के नारे लगाए और उन पर फल फेंके। इसके बाद गावस्कर ने कभी ईडन गार्डन्स में न खेलने की कसम खाई। 
 
अवॉर्ड 
 
गावस्कर ऐसे पहले भारतीय खिलाड़ी हैं जिनके नाम (विकेटकीपिंग को छोड़कर) 100 से भी अधिक कैच पकड़ने का रिकॉर्ड है। गावस्कर को भारतीय नागरिक सम्मान पद्मश्री और पद्मभूषण से नवाजा जा चुका है। 2012 में उन्हें 'कर्नल सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड फॉर क्रिकेट इन इंडिया' दिया गया। 28 मार्च 2014 को गावस्कर को सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ने बीसीसीआई का अंतरिम प्रेसीडेंट नियुक्त किया ताकि वे आईपीएल के 7वें सीजन पर नजर रखें। 
ये भी पढ़ें
वीरेन्द्र सहवाग : प्रोफाइल