स्वर्ण से चूके घोषाल, रजत से करना पड़ा संतोष
इंचियोन। दो गेम से बढ़त बनाने के बावजूद सौरव घोषाल चूक गए और एशियाई खेलों में पीला तमगा जीतने वाले पहले भारतीय स्क्वाश खिलाड़ी बनने से मामूली अंतर से रह गए।
फाइनल में घोषाल पहले दो गेम में आगे चल रहे थे लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी कुवैत के अब्दुल्ला अलमेजायेन ने नाटकीय वापसी करके अगले तीनों गेम और मुकाबला जीत लिया।
अलमेजायेन ने 10-12, 2-11, 14-12, 11-8, 11-9 से जीत दर्ज की। तीसरे गेम में जब स्कोर 12-11 था, जब घोषाल विजयी अंक बनाने से चूक गए।
पहला गेम जीतने में उन्हें 21 मिनट लगे लेकिन दूसरा गेम उन्होंने छह मिनट में जीत लिया। इसके बाद कुवैती खिलाड़ी ने वापसी की और अगले तीन गेम 19, 12 और 17 मिनट में जीत लिए।
फाइनल हारने के बाद गुस्से में अपना रैकेट पटककर घोषाल चेंजिंग रूम में चले गए। एशियाई खेलों में यह हालांकि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
इससे पहले उन्होंने एशियाई खेलों में तीन पदक जीते थे जिसमें 2006 दोहा खेलों का एकल कांस्य और 2010 ग्वांग्झू खेलों में युगल और एकल कांस्य शामिल है। (भाषा)