सरिता ने कांस्य पदक लेने से इनकार किया
इंचियोन। सेमीफाइनल में विवादास्पद मुकाबला हारने से निराश भारतीय मुक्केबाज एल सरिता देवी ने बुधवार को अधिकारियों और दर्शकों को स्तब्ध कर दिया जब उन्होंने कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार कर दिया जो अब आयोजकों के पास है।
यह लाइटवेट (60 किग्रा) मुक्केबाज मंगलवार को उस समय हैरान रह गई जब उन्हें मेजबान देश की खिलाड़ी जिना पार्क के खिलाफ हारा हुआ करार दिया गया। पार्क ने बाद में रजत पदक जीता। सरिता स्पष्ट तौर पर दोनों मुक्केबाजों के बीच बेहतर थी लेकिन जजों को ऐसा नहीं लगा।
भारत ने बाद में जजों के फैसले के खिलाफ अपील भी की जो उसके खिलाफ गई। यह मुक्केबाज इसके बाद आज पदक वितरण समारोह में आंखों में आंसू लेकर आई। पोडियम पर रो रही सरिता ने पहले तो पदक लेने से इनकार कर दिया और फिर बाद में उन्होंने पार्क को गले लगाने के बाद इसे उन्हें ही सौंप दिया।
पूर्व एशियाई और विश्व चैम्पियन सरिता इसके बाद समारोह से चली गई। इस पूरी घटना से सकते में आई पार्क ने इसके बाद पदक को पोडियम पर रखा दिया और बाहर चली गई।
कल हुए मुकाबले में सरिता स्पष्ट तौर पर विजयी लग रही थी। उनके दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है पार्क उनके मुक्कों से बचती दिखी। भारतीय दल और दर्शकों को हालांकि उस समय हैरानी हुई जब जजों ने पार्क को विजेता घोषित कर दिया। (भाषा)