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Last Modified: बैंकॉक , गुरुवार, 3 सितम्बर 2015 (00:37 IST)

सतीश एशियाई मुक्केबाजी के सेमीफाइनल में

सतीश एशियाई मुक्केबाजी के सेमीफाइनल में - Boxer Satish Kumar
बैंकॉक। सतीश कुमार (91 किग्रा) ने बुधवार को यहां एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाकर अपने लिए पदक पक्का करने के साथ ही विश्व चैंपियनशिप की सीट भी पक्की की लेकिन दो अन्य भारतीयों को हार का सामना करना पड़ा। 
 
सतीश ने ताजिकिस्तान के सियोवुश जुखुरोव को हराकर भारतीय खेमे में कुछ खुशी भरी जो दिन के शुरू में मदनलाल (52 किग्रा) और कुलदीप सिंह (81 किग्रा) की हार से निराश था। सतीश को तकनीकी नॉकआउट के जरिए विजेता घोषित किया गया। उनके प्रतिद्वंद्वी को बहुत अधिक झुकने के लिए दो बार चेतावनी दी गई। इसके अलावा वे भारतीय मुक्केबाज के प्रहारों को सहने में भी नाकाम रहा। 
 
कल विश्राम के बाद सतीश सेमीफाइनल में चीन के दूसरी वरीयता प्राप्त वांग झिबाओ से भिड़ेंगे। मदनलाल और कुलदीप के बाहर होने से हालांकि भारत को निराशा भी हाथ लगी। यदि इन दोनों के प्रतिद्वंद्वी फाइनल में पहुंच जाते हैं तो उनके पास विश्व चैंपियनशिप में जगह बनाने का मौका रहेगा। 
 
राष्ट्रीय कोच गुरबख्श सिंह ने कहा, सतीश ने मुकाबले में पूरी तरह से दबदबा बनाए रखा और रेफरी को तीसरे राउंड में मुकाबला रोकना पड़ा क्योंकि ताजिक मुक्केबाज प्रहार को नहीं सह पा रहा थे और बहुत अधिक झुक रहे थे। 
 
भारत की तरफ से सबसे पहले मदनलाल रिंग में उतरे और उनके सामने उज्बेकिस्तान के दूसरे वरीय शखोबिदिन जोइरोव थे। सारी चीजें भारतीय के खिलाफ थीं और यह मुकाबला एकतरफा रहा।
 
उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज ने अपने तेज मुक्कों से जबर्दस्त प्रहार किए जिनका हरियाणा के मुक्केबाज के पास कोई जवाब नहीं था। आखिरी कुछ सेकंडों में तो वे मदन को अपने इशारों पर चला रहे थे। उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज ने यह मुकाबला 3-0 से जीता। अगला मुकाबला कुलदीप और कोरियाई किम ह्यूंगोक्यू के बीच था जिसमें भारतीय मुक्केबाज को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। 
 
यह पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन अपने अधिक मशहूर प्रतिद्वंद्वी के सामने बिल्कुल भी विचलित नहीं दिखा और कुछ अवसरों पर जवाबी हमले करके कोरियाई मुक्केबाज को परेशान भी किया। शुरुआती राउंड में अपने प्रतिद्वंद्वी को बराबरी की टक्कर देने के बाद ह्यूंगोक्यू दूसरे राउंड में सतर्क हो गए और भारतीय के खिलाफ किसी तरह का हमला करने से बचते रहे। 
 
आखिरी राउंड में कुलदीप पूरी तरह से आक्रामक हो गए और लग रहा था कि उन्होंने अपना दबदबा बनाए रखा है लेकिन आखिर में जजों ने फैसला कोरियाई मुक्केबाज के पक्ष में सुनाया। संधू ने कहा, कुलदीप शेर की तरह लड़ा। उसे अंडरडॉग माना जा रहा था, लेकिन उसने बेहतरीन प्रदर्शन किया। यह दुखद है कि आखिर में उसे हार का सामना करना पड़ा।
 
आज के परिणाम के बाद कुल चार भारतीय सेमीफाइनल में जगह बना चुके हैं। एल देवेंद्रो सिंह (49 किग्रा), शिव थापा (56 किग्रा) और विकास कृष्ण (75 किग्रा) पहले ही अपने लिए पदक और अक्टूबर में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में सीट पक्की कर चुके हैं। शिव सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान के मुरोदजोन अखमादालीव से भिड़ेंगे जबकि देवेंद्रो का सामना शीर्ष वरीयता प्राप्त उज्बेकी मुक्केबाज हसनबाय दुस्मातोव से होगा। 
 
विकास सेमीफाइनल में इराक के वाहीद वाहीद अब्दुलरिदा का सामना करेंगे। संधू ने कहा, मैं लड़कों के प्रदर्शन से खुश हूं। चार का सेमीफाइनल में पहुंचना अच्छा प्रदर्शन है और उम्मीद है कि वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे। दोहा में होने वाली विश्व चैंपियनशिप अगले साल होने वाले रियो ओलंपिक के लिए पहली क्वालीफाअइंग प्रतियोगिता भी है। (भाषा)