'प्रिंस चार्मिंग' पर बैठकर स्वर्ण जीतने उतरेगी 'थाई प्रिंसेस'
इंचियोन। फिल्मों और परियों की कहानियों में आपने खूबसूरत राजकुमारियों को अपने 'प्रिंस चार्मिंग' को घोड़े पर सवार होकर दूर देश ले जाते हुए तो बहुत सुना होगा लेकिन अब इंचियोन एशियाई खेलों में यह हकीकत में तब्दील होता दिखाई देगा। हालांकि यहां प्रिंस चार्मिंग को लेकर कहानी थोड़ी अलग है।
थाईलैंड की घुड़सवारी टीम में शामिल असल जिंदगी की राजकुमारी और थाईलैंड के किंग भूमिबोल अद्यूलादेज की पोती सिरीवानावारी नारिराताना इंचियोन एशियाई खेलों में अपने देश का नेतृत्व कर रही हैं और वे स्वर्ण हासिल करने के लिए घुड़सवारी स्पर्धा में अपने जिस घोड़े पर बैठकर उतरेंगी, उसका नाम 'प्रिंस चार्मिंग' है।
दरअसल, 27 वर्षीय नारिराताना ने अपने घोड़े को ही 'प्रिंस चार्मिंग' का नाम दिया है और वे इसी घोड़े पर बैठकर स्वर्ण के लिए स्पर्धा में भाग लेंगी। राजकुमारी ने इससे पहले भी एशियाई खेलों में थाईलैंड का प्रतिनिधित्व किया था।
नारिराताना ने वर्ष 2006 दोहा एशियाई खेलों में बैडमिंटन में हिस्सा लिया था। बेहद ही नरम स्वभाव की राजकुमारी आम लोगों से सामान्य ढंग से मिलती हैं और उस दौरान भी उन्होंने खास तवज्जो देने के बजाय अन्य एथलीटों के साथ खेलगांव में रहना स्वीकार किया था। (वार्ता)