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Written By ND
Last Updated : बुधवार, 9 जुलाई 2014 (20:02 IST)

मुनाफा वसूली से अनिश्चितता बढ़ी

मुनाफा वसूली से अनिश्चितता बढ़ी -
- शैलेन्द्र कोठारी
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान मध्यम-अवधि खिलाड़ियों द्वारा उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली करने के कारण निफ्टी लगातार पाँच दिन तक गिरते हुए कुल 245 प्वाइंट्स घटकर 4983 पर बंद हुआ। व्यवसायियों का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की विशेष खरीदी के अभाव में बढ़त की गति कायम नहीं रह पाई तथा 4500 के स्तर से लगातार बाजार को उठा रहे तेजड़ियों ने अपनी खरीदी पोजीशन को कम करना उचित समझा।

तकनीकी विश्लेषकों का कहना है कि 5250-5300 के आसपास भारी बिकवाली दबाव बनने का अंदेशा सही साबित हुआ है।
  म्यूच्युअल फंडों एवं एफआईआई ने इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों के शेयर्स बड़ी मात्रा में खरीद रखे हैं। जनवरी-2008 में आए रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेस फंड ने रुचि सोया के करीब 26 लाख शेयर्स खरीदे हैं      
फिलहाल निफ्टी बहुत ही निर्णायक जगह पर खड़ा हुआ है, यह 45 दिवसीय वेटेज मूविंग एवरेज के साथ ही ट्रेंड लाइन समर्थन स्तर के करीब आ गया है। यानी 4950 के आसपास से निफ्टी अपट्रेंड में आ जाए और धीरे-धीरे बढ़ते हुए वापस 5300 के करीब पहुँचे तो यह एक बहुत ही सकारात्मक संकेत होगा, जबकि दो-तीन दिनों तक 4950 के नीचे बंद होने पर यह मान लिया जाना चाहिए कि अनिश्चितता एवं दिशाहीनता का दौर लंबे समय तक चलेगा।

बहरहाल सेकंडरी मार्केट में चल रहे भ्रमित कर देने वाले कामकाज के बावजूद नए इश्युओं के बाजार में सीमित, किंतु लाभदायी अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। टीटागढ़ वेगंस के बाद अब ऐश्वर्या टेलीकॉम ने भी निवेशकों को शानदार रिटर्न दे दिया है। इस समय दो नए इश्यू बाजार में हैं। गोकुल रिफऑइल्स का इश्यू खुल चुका है, जबकि अनु'ज लेबोरेटरी में बुक बिल्डिंग प्रक्रिया सोमवार, 12 मई से प्रारंभ होगी। गोकुल रिफऑइल्स सरसों, सूरजमुखी, मूँगफली एवं सोया तेल इत्यादि का उत्पादन करती है तथा अपने उत्पादों को गोकुल ब्राण्डनेम के तहत बेचती है। कंपनी का कामकाज एवं मुनाफा लगातार बढ़ रहा है।

कंपनी के प्रॉस्पेक्ट्स में दिए गए नवंबर 2007 (8 माह) के वित्तीय परिणामों को वार्षिक आधार पर देखें तो इश्यू पश्चात इक्विटी पर प्रति शेयर आय (ईपीएस) 24 रु. के करीब बनती है। यानी अपर-प्राइस-बैंड पर इश्यू लगभग 8 केपीई पर जारी हो रहा है, जो इस इंडस्ट्री के अन्य लिस्टेड शेयर्स जैसे रुचि सोया, गुजरात अंबुजा एक्सपोर्ट एवं केएस ऑइल्स इत्यादि की तुलना में वाजिब है।

म्यूच्युअल फंडों एवं एफआईआई ने इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों के शेयर्स बड़ी मात्रा में खरीद रखे हैं। जनवरी-2008 में आए रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेस फंड ने रुचि सोया के करीब 26 लाख शेयर्स खरीदे हैं अर्थात इस सेक्टर की कंपनियों का भविष्य फंड मैनेजरों को अच्छा लगता है। इश्यू में वाजिब लिस्टिंग गेन की उम्मीद की जा सकती है।

अनु'ज लेबोरेटरीज का इश्यू सोमवार, 12 मई को खुल रहा है। उच्च गुणवत्ता वाली दवा बनाने के काम में आने वाली वस्तुओं के निर्माण एवं आपूर्ति में लगी कंपनी का साइज इस क्षेत्र की अन्य कंपनियों जैसे अरबिंदो फार्मा एवं नेक्टर लाइफ इत्यादि की तुलना में काफी छोटा है,जबकि इश्यू तुलनात्मक रूप से महँगे भावों पर जारी हो रहा है। इस सेक्टर के शेयर्स लंबे समय से अंडरपरफॉर्मर बने हुए हैं, इसलिए संस्थागत निवेशकों का रिस्पांस देखने के बाद निर्णय लेना उचित होगा।
प्रकाशित लेखों के विचार से संपादक का सहमत होना कतई आवश्यक नहीं है। उनमें दी गई सलाह या दिशा-निर्देश भी लेखकों के अपने हैं, अतः उनके लिए वेबदुनिया उत्तरदायी नहीं है। निवेशकों से अनुरोध है कि वे सोच-समझकर निर्णय लें। -प्र.सं.

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