गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. सामयिक
  2. विचार-मंथन
  3. विचार-मंथन
  4. रूको मत,जब तक लक्ष्य हासिल न कर सको
Written By रवींद्र व्यास

रूको मत,जब तक लक्ष्य हासिल न कर सको

ब्लॉग-चर्चा में सफलता के मंत्र बताते ब्लॉग की चर्चा

blog charcha | रूको मत,जब तक लक्ष्य हासिल न कर सको
PR
PR
युवा बदल चुका है। अब वह ज्यादा सचेत, जागरूक और टेक्नोफ्रैंडली हो गया है। वह कॉलेज कैम्पस से लेकर करियर, पर्सनालिटी से लेकर फैशन और इंटरटेनमेंट संबंधी तमाम नई से नई जानकारियाँ, सूचनाएँ और विचार हासिल करना चाहता है जिसके जरिये वह अपनी लाइफ स्टाइल को बेहतर से बेहतर कर सके। वह चाहता है कि उस राह पर बढ़े जहाँ जीवन की तमाम खुशियाँ उसे हासिल हो जाएँ।

वह बड़े सपने देखता है। उसकी इच्छाएँ गहरी हैं और महत्वाकांक्षाएँ ऊँची। उसके मकसद साफ हैं और उन्हें हासिल करने के लिए उसकी मैदानी तैयारी है। वह नैट, अखबारों, मैग्जीन्स, टीवी और तमाम तरह के मैनेजमेंट गुरुओं से लेकर आध्यात्मिक गुरुओं से सफलता के मंत्र सीखना चाहता है और जीवन में बड़ी, उल्लेखनीय कामयाबी हासिल करना चाहता है।

उसके सपनों, महत्वाकांक्षाओं और मकसदों, उसकी सूचना तथा ज्ञान की भूख के मद्देनजर अब बाजारों में कई सारी संस्थाएँ, नए से नए कॉलेज खुल गए हैं तो दूसरी तरफ किताबें और जर्नल्स हैं। अब ब्लॉग की दुनिया में सफलता के मंत्र सीखाने के लिए ब्लॉग बन गए हैं। एक ब्लॉग है, उठो जागो। इसके ब्लॉगर हैं लेखक जयंती जैन।

कहने की जरूरत नहीं कि इस ब्लॉग पर करियर से लेकर जीवन में सफलता हासिल करने के लिए जरूरी सवालों, सूचनाओं, किताबों और सफलता के मंत्र दिए गए हैं। ब्लॉग के नाम से ही जाहिर है कि इसमें युवाओं को तमाम तरह के आलस्य को छोड़कर अपने मकसद के प्रति समर्पित करने की बातें कही गई हैं। उठो, जागो मंत्र बहुत पहले स्वामी विवेकानंद दे चुके हैं। यहाँ ये मंत्र बदलते युवा को ध्यान में रख कर दिए गए हैं।

इसमें एक पोस्ट दी गई है असफलता पर। आज कई युवाओं में असफल हो जाने का डर रहता है। चौबीसों घंटों यह डर उन्हें सताए रहता है। इसलिए इस ब्लॉग पर असफलता के कई मायने समझाए गए हैं और खूबी से बताया गया है कि युवाओं को असफलता न तो निराश-हताश होना चाहिए और न ही थक-हार कर बैठ जाना चाहिए बल्कि अपनी असफलताओं से कई सबक लेना चाहिए।

इस सबक को ध्यान में रखकर आगे बढ़ना चाहिए और सफलता का स्वाद चखना चाहिए। युवाओं के लिए समय बहुत कीमती है इसलिए यहाँ समय को लेकर एक बहुत जरूरी और उपयोगी पोस्ट दी गई। आपके लिए एक मिनट की कीमत क्या है शीर्षक पोस्ट में छोटी छोटी बातों के जरिये समय की कीमत समझाने की कोशिशें हैं। हम जीवन कैसे व्यतीत करते हैं और अपने सपनों को साकार करने के लिए एक एंद्रजालिक कहानी शीर्षक की पोस्ट ध्यान खींचती है।

एंद्रजालिक कहानी के तहत दुनिया के मशहूर नॉवेलिस्ट पाउलो कोहलो के चर्चित उपन्यास एल्केमिस्ट की बहुत ही सुंदर और उपयोगी समीक्षा की गई है। इसके जरिये बताया गया है कि जीवन में कामयाबी, खोज और अपने सपनों को पूरा करने की यात्रा कितनी खूबसूरत होती है और कितनी प्रेरणास्पद। यही कारण है कि इस उपन्यास की दुनिया में करोड़ों कॉपियाँ बिकीं और इसके अनुवाद हुए।

WD
WD
फिर स्वामी विवेकानंद के अनुभव के आधार पर लिखी गई पोस्ट मानव देह का मूल्य बहुत मार्मिक है और यह ज्ञानवर्धक होने के साथ ही मार्गदर्शक भी है। ऊँचे लक्ष्य बनाइए फिर उनसे भी ऊँचे हो जाइए, पोस्ट आगे बढ़ने और कुछ कर गुजरने का जज्बा पैदा करती है। हाँ, इस ब्लॉग पर हँसी को नहीं भूला गया है। ओशो के हँसी पर विचार देते हुए बताया गया है कि जिंदगी में हँसी का क्या महत्व है। लॉफिंग बुद्धा की मिसाल देकर इसे रोचक और पठनीय बना दिया गया है।

जो लोग जीवन में कुछ हासिल करना चाहते हैं उनके लिए यह ब्लॉग उपयोगी है। ये रहा उसका पता-
uthojago.wordpress.com